बिहार में पत्रकार विमल कुमार की हत्या, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कही ये बात

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटना को लेकर दुख जताया और अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए। वहीं, विपक्षी दल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी और लोजपा सुप्रीमो चिराग पासवान ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर चिंता जताई।

पटना। बिहार के अररिया जिले के रानीगंज प्रखंड में शुक्रवार की सुबह दैनिक जागरण के पत्रकार की हत्या के मामले पर विपक्ष ने घेराबंदी शुरू कर दी। पत्रकार विमल कुमार यादव की आज तड़के सुबह गोली मारकर हत्या कर दी गई। भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ ने हत्या की कड़ी निंदा करते हुए बिहार पुलिस महानिदेशक से हत्यारे की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार से परिजनों के लिए 25 लाख रुपए मुआवजा देने की भी मांग की है। विपक्षी दल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर घेर रहे हैं। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कार्रवाई करने की बात कही है। माना जा रहा है कि इस बयानबाजी से प्रदेश की सियासत और गरमा सकती है।

अररियार के पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार सिंह का कहना है कि रानीगंज बाजार इलाके में पत्रकार विमल कुमार यादव की अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी…पोस्टमार्टम कराया जा रहा है, घटनास्थल पर डॉग स्क्वायड को बुलाया गया है…जांच जारी है और अपराधियों की गिरफ्तारी की कोशिश की जा रही है।

इस घटना को लेकर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री श्री नित्यानंद राय ने कहा कि यह बहुत दुखद है। पत्रकार विमल कुमार की बदमाशों ने हत्या कर दी है। मैं उन्हें श्रद्धांजलि देना चाहता हूं। बिहार में कानून व्यवस्था फेल हो गई है। उपद्रवियों को किसी बात का डर नहीं है क्योंकि उन्हें राज्य सरकार और जदयू व राजद दलों के सदस्यों का संरक्षण मिल रहा है। अररिया के रानीगंज में दैनिक जागरण के पत्रकार रहे विमल कुमार की हत्या कर दी गई है। कुछ दिन पहले ही उसके भाई की हत्या कर दी गई और वह अपने भाई की हत्या का एकमात्र गवाह था। नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव कुछ शर्म करें और उपद्रवियों पर कार्रवाई करें।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटना को लेकर दुख जताया और अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस मामले में अधिकारियों से बात की है। उन्‍हें कार्रवाई का निर्देश दिया है। हमको दुख हुआ है। दुख की बात है यह तो दिख रहा है। कोई किसी के बारे में हुआ है ये कोई न्यूज है। हमने तुरंत अधिकारियों को कह दिया है कि क्या हुआ है जी इस तरह से हुआ है। हमको बड़ा दुख हुआ है। हम यहां आने से पहले देखे हैं न्यूज तो हमको लगा कि कैसे किसी पत्रकार का हुआ। हमने तुरंत अधिकारियों को कहा कि इसको देखिए।

वहीं, विपक्षी दल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी और लोजपा सुप्रीमो चिराग पासवान ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर चिंता जताई। सम्राट चौधरी ने कहा कि यह अत्यंत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। कल तक अपराधी को चिंता होती थी। जब से यह घमंडिया गठबंधन और महागठबंधन की सरकार बनी है, नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के नेतृत्व में और लालू प्रसाद यादव के नेतृत्व में, तब से पुलिस वाले मारे जा रहे हैं और अब पत्रकार भी मारे जा रहे हैं। बिहार में लोकतंत्र पूरी तरह खतरे में है। बिहार में लोकतंत्र समाप्त हो गया है। पत्रकार मारे जाएंगे, पुलिस वाले मारे जाएंगे और अपराधी सरेआम घूमते रहेंगे, ये नीतीश कुमार की सरकार है।

चिराग पासवान ने बिहार की बिगड़ती कानून व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि अपराध किसी भी तरह का हो रहा हो, इसका अर्थ यह नहीं है कि आपका अपराध, अपराध नहीं है। चिराग ने अररिया में पत्रकार की हत्या के मामले को लेकर सीएम नीतीश कुमार के उस बयान को लेकर पलटवार करते हुए यह बात कही, जिसमें मुख्यमंत्री ने कहा था कि आंकड़े देखें तो बिहार में अपराध सबसे कम है। चिराग पासवान ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आप आंकड़ों पर मत जाइए। उस पुलिस अधिकारी के घर जाकर उसके परिवार को आंकड़े बताइए, जिन्होंने अपने इकलौते कमाने वाले को खो दिया है। सीएम उस पत्रकार के घर जाकर परिवार को आंकड़े दिखाएं, जिसकी हत्या हुई है।