नई दिल्ली। वैश्विक स्तर पर हितधारकों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करते हुए, 30 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों ने गुरुवार को वाणिज्य भवन में नवाचार और स्टार्टअप्स की एक संध्या में भाग लिया। स्टार्टअप महाकुंभ की आयोजन समिति के सदस्यों ने उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) का समर्थन करते हुए इस ऐतिहासिक आयोजन की भव्यता को एक शानदार समारोह में प्रदर्शित किया, जिसका उद्देश्य वैश्विक नवाचार के नए युग की शुरुआत करना था।
अंतरराष्ट्रीय सहयोग भारतीय स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र की वृद्धि के केंद्र में होने के साथ, विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रमुख प्रतिनिधि, अर्जेंटीना और अज़रबैजान के दूतावासों के राजदूत, इटली के आर्थिक और नवाचार विभाग के प्रमुख, मैक्सिको के अंतरराष्ट्रीय सहयोग प्रमुख सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
इस कार्यक्रम का नेतृत्व भारत के प्रमुख स्टार्टअप इकोसिस्टम लीडर्स द्वारा किया गया है और इसे फिक्की (FICCI) द्वारा ASSOCHAM, IVCA, nasscom, बूटस्ट्रैप फाउंडेशन और अन्य प्रमुख उद्योग हितधारकों के सहयोग से संचालित किया जा रहा है, जिसमें नेशनल स्टार्टअप एडवाइजरी काउंसिल (NSAC), DPIIT और स्टार्टअप इंडिया का समर्थन शामिल है। यह कार्यक्रम 11 विशिष्ट क्षेत्रों पर केंद्रित होगा – एआई, डीपटेक और साइबर सुरक्षा, हेल्थटेक और बायोटेक, एग्रीटेक, क्लाइमेट टेक, इनक्यूबेटर्स और एक्सीलरेटर्स, D2C, फिनटेक, गेमिंग और स्पोर्ट्स, B2B और प्रिसीजन मैन्युफैक्चरिंग, डिफेंस और स्पेस टेक तथा मोबिलिटी – और ज्ञान आदान-प्रदान, मेंटरशिप और वास्तविक व्यावसायिक अवसरों के लिए एक इमर्सिव स्पेस प्रदान करेगा।
सुखद संध्या के अवसर पर बातचीत करते हुए, श्री संजीव, संयुक्त सचिव, DPIIT, ने कहा, “भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम ने वैश्विक स्तर पर विभिन्न उद्योगों में खुद को एक प्रभावशाली शक्ति के रूप में स्थापित किया है, और स्टार्टअप महाकुंभ – जो वैश्विक स्तर पर स्टार्टअप्स का सबसे बड़ा समागम है – सीमाओं से परे हितधारकों के साथ संबंधों को प्रोत्साहित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।”
श्रीमती आरती भटनागर, अपर सचिव और वित्तीय सलाहकार, DPIIT, स्टार्टअप इंडिया ने कहा, “यह संध्या भारत की स्टार्टअप यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जहाँ वैश्विक सहयोग केंद्र में है क्योंकि 30 से अधिक देशों के विचारशील नेता, निवेशक और नवोन्मेषक गहरे संबंध स्थापित करने और ज्ञान का आदान-प्रदान करने के लिए एक साथ आए हैं। जैसे-जैसे हम 2047 तक आत्मनिर्भर और नवोन्मेषी विकसित भारत के निर्माण की ओर बढ़ रहे हैं, ऐसे संवाद भारत के उद्यमिता पारिस्थितिकी तंत्र को वैश्विक मंच पर नई ऊंचाइयों तक ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।”
श्री अमरदीप सिंह भाटिया, सचिव, DPIIT ने कहा, “महत्वपूर्ण वैश्विक हितधारकों को एक मंच पर लाकर, हम न केवल भारत में हो रहे अद्भुत नवाचार को प्रदर्शित कर रहे हैं, बल्कि उन सार्थक सहयोगों की नींव भी रख रहे हैं जो भविष्य में वैश्विक उद्यमिता को आगे बढ़ाएंगे।”
अपने विचार व्यक्त करते हुए, संजय बिखचंदानी, सह-संस्थापक और कार्यकारी उपाध्यक्ष, इंफो एज ने कहा, “स्टार्टअप महाकुंभ भारत की गतिशील नवाचार और उद्यमशीलता की भावना को दर्शाता है, जिससे भारतीय स्टार्टअप्स को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विस्तार करने में मदद मिलती है। वैश्विक नवाचारकर्ताओं को भारत में अपार संभावनाओं को तलाशने के लिए आमंत्रित करना, हमारे साझा दृष्टिकोण का शक्तिशाली संकेत है, जो एक वास्तविक रूप से आपस में जुड़े स्टार्टअप परिदृश्य को साकार करने की दिशा में अग्रसर है।”