Madhya Pradesh : अद्भुत और अलौकिक है यहां का पर्यटन, रोमांच के साथ संस्कृति भी

मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग सिर्फ देश ही नहीं बल्कि, विदेशों से भी पर्यटकों को मध्यप्रदेश में घूमने के लिए आमंत्रित करता है। मध्यप्रदेश भारत का वह राज्य है जहाँ पर्यटकों के लुत्फ़ व आनंद लेने के लिए पर्यटन के कई विकल्प मौजूद हैं। पहाड़ियों से लेकर धार्मिक स्थलों तक और विरासती किलों से लेकर वनों और राष्ट्रिय उद्यानों तक, यह राज्य अपने सौंदर्य को संजोय हुए है।

ज़्यादातर सैलानियों को अब विख्यात पर्यटन स्थलों की यात्रा करने की बजाए, किसी ऐसे स्थान का भ्रमण करने की इच्छा होती है जहाँ भीड़ से दूर एकांत में वह प्राकृतिक सौंदर्य का लुत्फ़ उठा सकें। ऐसी ही आत्मीय यात्रा का आनंद लेने के लिए आपको आना होगा देश के दिल मध्यप्रदेश में। जहाँ आपको अनुभव होगा अतुल्य भारत के अद्भुत मध्यप्रदेश का। देश का दूसरा सबसे बड़ा राज्य होने के साथ ही मध्यप्रदेश, भारत के दिल में एक चमकते हुए रत्न की तरह है, जो पर्यटन विरासतों का प्रतीक है।

जानते है मध्यप्रदेश में मौजूद ऐसे 8 स्थानों को जिन्हें आपको अपनी ट्रेवल लिस्ट में ज़रूर शामिल करना चाहिए ”

बटेश्वर

अपने शानदार मंदिरों के लिए देश भर में प्रसिद्ध, बटेश्वर इतिहास और वास्तुकला प्रेमियों के लिए एक बेहतरीन स्पॉट है। जहाँ लगभग 200 बड़े और छोटे बलुआ पत्थर के मंदिरों का एक समूह बटेश्वर के असली परिदृश्य को सुशोभित करता है। बटेश्वर के 8वीं और 10वीं शताब्दी ईस्वी पूर्व के प्राचीन मंदिर 25 एकड़ के क्षेत्र में फैले हुए हैं। यहाँ पड़ावली क्षेत्र के चारों ओर पहाड़ियों पर मंदिरों का निर्माण किया गया है। यह तीनों शहर मुरैना जिले में स्थित हैं और ग्वालियर शहर से जुड़े हुए हैं।

पातालकोट


मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में स्थित पातालकोट घने जंगलों के साथ ही ग्रेनाइट और सैंडस्टोन की चट्टानों से घिरा हुआ एक प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण स्थान है। यहाँ की हरी-भरी घाटी आपको अपने आकर्षण से मंत्र-मुग्ध कर देगी। इस जगह की ख़ास बात यह है कि यहाँ मौजूद घाटियों के हवाई दृश्य में घोड़े की नाल जैसे आकार की दिखाई देती हैं । यहां आकर प्रकृति की गोद में आराम करने का आनंद लेना तो बनता ही है। वहीं अगर एडवेंचर गतिविधियों में आपकी रुचि है, तो अक्टूबर माह में यहाँ की यात्रा करें जब यह शहर ‘सतपुड़ा एडवेंचर स्पोर्ट्स महोत्सव’ की मेजबानी करता है। पैराग्लाइडिंग, रॉक क्लाइम्बिंग, बर्डिंग और अन्य साहसिक गतिविधियों के साथ पातालकोट कैंप, हाइक और ट्रेक के लिएएडवेंचर स्पोर्ट्स प्रेमियों के लिए एक बेहतरीन अवसर प्रदान करता है। इन गतिविधियों के दौरान, आप ज़िंगरिया वॉटरफॉल जैसे आश्चर्यजनक प्राकृतिक स्थानों का भी लुत्फ़ ले सकते हैं। यहां आकर आप इस क्षेत्र में रहने वाले गोंड और भारिया जनजातियों की जीवन शैली से परिचित हो सकते हैं।

बुरहानपुर

बुरहानपुर, मध्यप्रदेश आपको अपनी शानदार मस्जिदों, महलों और मकबरों से विस्मित कर देगा। माना जाता है कि शाही किला या यहां के शाही महल की चित्रों ने ताजमहल की कलाकृति को प्रेरित किया है।यह भी कहा जाता है कि ताजमहल बनाने के लिए बुरहानपुर मुगल बादशाह शाहजहां की पहली पसंद था। यह शहर कभी एक संपन्न मुगल शहर था, जिसे ‘गेटवे टू द डेक्कन’ के नाम से जाना जाता था। यहां के प्रमुख दर्शनीय स्थलों में जामा मस्जिद, बेगम मुमताज महल का शाही स्नानागार और ऐतिहासिक असीरगढ़ किला शामिल हैं।

धुबेला

ओरछा से खजुराहो के रास्ते में स्थित, धुबेला प्रकृति की सुंदरता में डूबने और बुंदेलखंड के इतिहास को करीब से जानने के लिए यहएक अच्छा स्थल है।धुबेला को एक महान योद्धा और बाजीराव पेशवा की दूसरी पत्नी मस्तानी के शहर के रूप में भी जाना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि धुबेला संग्रहालय के पास उनके महल के अवशेष आज भी मौजूद हैं।धुबेला में मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा संचालित एक रेस्तरां और मनोरंजन केंद्र है। यहां मौजूद संग्रहालय की सैर कर सकते हैं और मनमोहक धुबेला झील का नज़ारा देख सकते हैं। इसके साथ ही संग्रहालय में आप प्रदर्शनियों की एक विस्तृत श्रृंखला देख सकते हैं। संग्रहालय में आठ दीर्घाएँ हैं, जो तांबे की प्लेटों से लेकर मूर्तियों और हथियारों तक सब कुछ प्रदर्शित करती हैं।

भीमबेटका

भारत में सबसे आकर्षक स्थानों में से एक और भोजपुर से 25 किमी दूर स्थित है , मध्यप्रदेश का भीमबेटका,जहां प्राचीन गुफाओं की श्रृंखला मौजूद है।यहाँ मध्यकालीन पेंटिंगचित्रित हैं,जो की सैलानियों को रोमांचित करती है। इन चित्रों में से एक चित्र ‘विशाल लाल बाइस का है, इस चित्र की ख़ास बात यह है कि यह चित्र तभी दिखाई देता है जब सूर्य की रोशनी एक निश्चित कोण से इस पर पड़ती है। भीमबेटका का नाम महाकाव्य महाभारत के पांडवों में से एक भीम के बैठने की जगह पर रखा गया है। भीमबेटका के प्रमुख आकर्षणों में से एक शिव मंदिर में विशाल शिवलिंग है। भीमबेटका अद्भुत कला के अनुभव का एक उचित स्थल है।

भेड़ाघाट


भारत के कुछ अध्भुत पर्यटन स्थलों में से एक है, भेड़ाघाट। यह स्थान विशाल संगमरमर की चट्टानों से युक्त है जिनके बीच से नर्मदा नदी प्रवाहित होती है। इन आसमानी सफेद चट्टानों का दृश्य नदी में नौका विहार के दौरान सैलानियों को एक अविश्वसनीय अनुभव प्रदान करती हैं। यहाँ रोपवे की सुविधा भी उपलब्ध है जिससे आप भेड़ाघाट के चित्र-परिपूर्ण दृश्यों का आनंद ले सकते हैं। साथ ही आप यह स्थित धुआंधार वॉटरफॉल का लुत्फ़ उठा सकते हैं। यह स्थापित 10वीं शताब्दी के चौंसठ योगिनी मंदिर की यात्रा आपको आध्यात्मिक शांति प्रदान करती है। यहाँ के बंदर तालाब में नौका विहार आपको रोमांचित कर देगा ।

अमरकंटक

तीर्थराज या तीर्थों के राजा के रूप में अमरकंटक वन क्षेत्र आच्छादित है, इसी स्थान पर विंध्य और सतपुड़ा पर्वतमाला मिलते हैं। अमरकंटक यह पाई जाने वाली औषधीय पौधों की विविधता के कारण एक महत्वपूर्ण पर्यावरण-पर्यटन स्थल है ।मान्यता है कि अमरकंटक में पूज्य रहस्यवादी कवि संत कबीर ने मध्यस्थता की थी। उस स्थान को आज ‘कबीर चबूतरा’ के नाम से जाना जाता है। अमरकंटक भारत की पवित्र नदियों में से एक नर्मदा नदी का उद्गम स्थल है। कहा जाता है कि हरे-भरे आम के बागों से युक्त इस शहर का नाम संस्कृत शब्द ‘अमरकूट’ से लिया गया है। यदि झरने आपको आकर्षित करते हैं, तो यहां स्थित दर्धरा और कपिलधारा वॉटरफॉल आपको ज़रूर देखने चाहिए ।

ओंकारेश्वर

फ़िल्मी दुनिया के लिए भी मध्यप्रदेश हमेशा से पसंदीदा रहा है। हाल ही में रिलीज़ हुई नेटफ्लिक्स सीरीज़ ‘ये काली काली आँखें’ में दिखाया गया आकर्षक शहर ओंकारेश्वर है। नर्मदा और कावेरी नदियों के संगम पर स्थित, ओंकारेश्वर आध्यात्मिक शांति से परिपूर्ण दार्शनिक स्थल है। इस शहर का नाम ‘ओमकारा’ से पड़ा है, जो भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों के नामों में से एक है। ओंकारेश्वर इंदौर से लगभग 78 किमी की दूरी पर स्थित है। ओंकारेश्वर के मुख्य मंदिर में हर रात 9:00 बजे आरती की जाती है। मंदिर का एक प्रमुख आकर्षण पांच मुखी भगवान गणेश की मूर्ति है। इसके अतिरिक्त ओम्कारेश्वर में महारानी अहिल्याबाई होल्कर द्वारा संरक्षित ‘ममलेश्वर मंदिर’ खने योग्य है। इस मंदिर की दीवारों में धार्मिक शिलालेख हैं, जोकी लगभग 1063 ईस्वी की बताई जाती हैं। अपने प्रियजनों के साथ एक शानदार सप्ताहांत यात्रा के लिए यह स्थल बहुत ही अच्छा विकल्प है।