Motherhood Suggestion : कहीं ज़ीरो फिगर के फितूर से प्रेग्नेंसी में जर्कस न आएं

क्या आप जानते हैं जब महिला का वजन उपयुक्त वजन से कम हो जाता है, तो ओव्यूलेशन के लिए आवश्यक हार्मोन उचित मात्रा में उसके शरीर में नहीं बनते, जो ओव्यूलेशन के लिए आवश्यक होते है।

नई दिल्ली। हमेशा से ही लड़कियों में स्लिम-ट्रिम फिगर आपने का फितूर होता है। कुछ तो फिगर के पतलेपन को ज़ीरो फिगर तक पहुंचाने में जुटी रहती हैं। आप भी ऐसा करती हैं? तो आप गलत नहीं हैं। माना कि शरीर का वजन नियंत्रित होना चाहिए। पर इसका मतलब यह नहीं कि वेटलॉस को आप फितूर बना लें। सब चीज़ें बैलेंस में अच्छी लगती हैं। वरना नुकसान से आपको ही दो-चार होना होगा।

ऐसा हम यूं ही नहीं कह रहे। आप में भी तो बेस्ट फिगर का फितूर है। यह खतरनाक है आपके लिए और आपके मदरहुड में। ऐसा हम नहीं डॉक्टरर्स और शोध कहते हैं। तेजी से वजन का घटना और आधे पेट खाना महिलाओं के लिए काफी घातक सिद्ध हो सकता है। इस अवस्था में वो अभी तो जीवित रह सकती हैं, लेकिन शायद भविष्य उनके लिए खतरनाक साबित हो। डॉक्टर शोभा गुप्ता वजन का कम होना या वजन घटाने की प्रक्रिया भी गैर ओव्यूलेशन और हार्मोनल असंतुलन को बुलावा देती है जो कि आखिरकार बांझपन से जुड़ा हुआ है। इसलिए ऐसा कहा गया है कि उचित खान-पान, अपने खाने से संबन्धित विकारों का इलाज एक महिला को लगभग 80 प्रतिशत गर्भ धारण करने की क्षमता प्रदान करता है।

आप कुपोषण का शिकार

यदि कोई महिला एनोरेक्सिया से पीडित होने के बावजूद गर्भधारण करने में सक्षम है, तो ऐसा करना उसके लिए खतरनाक सिद्ध हो सकता है। गर्भावस्था के दौरान भ्रूण का विकास मां से उपयुक्त मात्रा में पोषण ग्रहण करेगा जिससे महिला के शरीर पर गहरा प्रभाव पड़ेगा। ऐसी अवस्था में खान-पान के विकार से पीडित महिलाओं को थकावट और अवसाद का अनुभव होगा या फिर वह कुपोषण का भी शिकार हो सकती हैं।

नोट – ज़ीरो फिगर पाने से ज्यादा जरूरी सेहतमंद शरीर। सेहतमंद शरीर आपको Motherhood का सुख देगा।