Pithoragarh Landslide : उत्तराखंड में फिर प्राकृतिक आपदा, कई लोग अभी हैं गायब

पहले बादल फटने की घटना और उसके बाद भूस्खलन से पिथौड़ागढ़ में कई लोगों की जान चली गई। कई लोग अभी गायब बताए जा रहे हैं। राहत एवं बचाव कार्य जारी है। सीएम पुष्कर सिंह धामी डीएम सहित अन्य अधिकारियों से जानकारी हासिल कर रहे हैं। ैं

देहरादून। पहाड़ी प्रदेश उत्तराखंड में आए दिन प्राकृतिक आपदा आती रहती है। खबर है कि पिथौरागढ़ जिले में बादल फटने की घटना हुई है। आज भूस्खलन से कई लोगों को जानमाल की क्षति हुई है। एनडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर है। लोगों में अफरा-तफरी मची है। प्रशासन की ओर से राहत एवं बचाव कार्य के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को पूरी रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। घटना पिथौरागढ़ के जुम्मा गांव के पास की है। पिथौरागढ़ के डीएम आशीष चौहान ने कहा कि एसडीआरएफ और एसएसबी की टीमों को जुम्मा गांव भेजा गया है। राहत सामग्री भी भेज दी गई है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पिथौरागढ़ ज़िले के सीमांत क्षेत्र धारचूला में बादल फटने से 7 लोगों के गायब होने या मलबे में दबे होने सूचना मिली है। ज़िलाधिकारी वहां चले गए हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीमें गई हैं। जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं। अभी तक 3 बच्चों के शव बरामद हुए हैं। जिन लोगों के घर बह गए हैं उन्हें अन्य स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है। मैं खुद वहां जाना चाह रहा था लेकिन मौसम की खराबी के कारण नहीं जा पाया। जैसे ही मौसम ठीक होगा हम वहां जाएंगे और स्थिति का जायजा लेंगे।

दो दिन पहले भी पिथौरागढ़ में बादल फटा था, जिससे बाढ़ आ गई थी। इस दौरान 3 लोगों की मौत हुई। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार की सुबह ट्वीट करते हुए जानकारी दी थी, ”पिथौरागढ़ जनपद के जुम्मा गांव के पास भूस्खलन की वजह से 2 लोगों की दुखद मौत एवं 5 अन्य की मलबे में दबे होने की खबर है। इस विषय में जिलाधिकारी से बात कर रेस्क्यू मिशन तेज करने का निर्देश दिया है। मैं वहां फंसे लोगों की सलामती के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूं।”