नई दिल्ली। अब तक आपने कई प्रकार के बैंक का नाम सुना होगा। जरूरतमंदों के लिए बीते कुछ सालों से रोटी बैंक क नाम काफी चलन में आया। पुस्तक और कपडा आदि को लेकर भी कई तरह की व्यवस्थाएं की गईं। बच्चों के लिए खिलौना की भी कुछ संस्थाओं ने व्यवस्था की। दिल्ली एनसीआर में कई संस्थाएं इस काम के लिए आगे आईं। अब दिल्ली में अपने किस्म का पहला जूता बैंक खोला गया।
असल में, इसके पीछे यह मंशा है कि आपके पास जरूरत से अधिक है, तो किसी जरूरतमंद को अपना जूता दें। इससे उसे सुविधा होगी। जूता बैंक की पहल किसी व्यक्ति की ओर से नहीं, बल्कि दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की ओर से की गई है। नगर निगम की ओर से बताया गया कि एसएमडीसी के पश्चिम जोन के सुभाष नगर क्षेत्र में जूता बैंक का उद्घाटन किया गया।
बता दें कि जरूरतमंदों की मदद करने और स्वच्छता सर्वेक्षण में अपनी रैंकिंग सुधारने के लिए दक्षिण दिल्ली नगर निगम (एसएमडीसी) ने बृहस्पतिवार को जूता बैंक खोला और दावा किया कि यह दिल्ली में इस तरह की पहली पहल है। इसके लिए एसएमडीसी ने एक बयान में कहा कि एक खिलौना बैंक और प्लास्टिक लाओ-खाद ले जाओ सुविधाओं के साथ जूता बैंक खोला गया है। इसके साथ ही एसएमडीसी ने निवासियों से आग्रह किया है कि वे जरूरतमंदों के लिए पुराने या नए खिलौने, बच्चों और बुजुर्गों के लिए जूते और जरूरतमंदों के लिए स्कूल बैग दान करें।
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के एक अधिकारी ने कहा कि आम तौर पर लोग पुराने खिलौने, स्कूल बैग और जूते कचरे में फेंक देते हैं। हम उन्हें इसके बजाय इन चीजों को बैंक में दान करने के लिए कह रहे हैं, जिनका इस्तेमाल जरूरतमंद लोगों को देने के लिए किया जाएगा।