कोलकाता। आपको नंदीग्राम याद होगा। नंदीग्राम और सिंगूर का आंदोलन। पूरे देश ने इस आंदोलन में ममता बनर्ती का नया तेवर देखा था। बीते दस सालों से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री रहीं ममता बनर्ती और नंदीग्राम का रिश्ता बहुत सियासी और पुराना है। शायद यही वजह है कि वो इस बार अपनी पुरानी विधानसभा को छोडक नंदीग्राम से विधानसभा का चुनाव लडने को तैयार हैं। तृणमूल कांगे्रस चुनाव समिति की ओर से इसकी औपचारिक घोषणा हो गई। बता दें कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पिछली बार भवानीपुर से भी चुनाव लड़ा था, लेकिन इस बार वे भवानीपुर विधानसभा सीट से चुनाव नहीं लड़ रही हैं। टीमएसी ने इस बार भवानीपुर से शोभनदेव चटोपाध्याय को टिकट दिया है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, ‘आज हम 291 उम्मीदवारों की सूची जारी कर रहे हैं जिसमें 50 महिलाएं, 42 मुस्लिम उम्मीदवार शामिल हैं। उत्तर बंगाल की 3 सीटों पर हमने अपने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं। मैं खुद नंदीग्राम से चुनाव लड़ूंगी। तीन सीटें उसने सहयोगी पार्टियों के लिए छोड़ी हैं।’
294 सदस्यीय पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए सत्तारूढ़ आल इंडिया तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी ) ने 291 विधानसभा सीटों के लिए प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। इन सूची को देखने से पता चला है कि पार्टी ने दार्जलिंग की 3 सीटों पर अपने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं। जाहिर है यह सीट विमल गुरूंग के लिए छोडी गई है। गोरखालैंड की मांग करने वाले लोगोें से बीते दिनों मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुलाकात की है। हाल ही में पार्टी में शामिल हुए क्रिकेटर मनोज तिवारी को हावड़ा के शिबपुर से चुनाव लड़ाया जाएगा। कंचन मलिक को उत्तरपाड़ा से टिकट दिया गया है।
टीएमसी ने इस बार अधिक उम्रदराज लोगों को टिकट नहीं दिया है। पार्टी की ओर से कहा गया है कि जो अधिक उम्र के विधायक हैं, उन्हें मायूस होने की जरूरत नहीं है। टीएमसी ने करीब 28 मौजूदा विधायकों का टिकट काट दिया है। वित्त मंत्री अमित मित्रा खराब तबीयत होने की वजह से चुनाव नहीं लड़ेंगे जबकि, पार्थो चटर्जी को भी इस बार टिकट नहीं दिया गया है। ये लोग चुनाव में टीएमसी प्रत्याशियों के लिए जोर शोर से काम करें। पार्टी इन लोगों को विधान परिषद का सदस्य बनाएगी।
टीमएसी की पूरी सूची देखने से पता चलता है कि इस सूची में में 42 मुस्लिम प्रत्याशियों और 50 महिलाओं के नाम शामिल हैं। सीएम ममता बनर्जी समर्थन के लिए शिवसेना, हेमंत सोरेन, शरद पवार, अखिलेश यादव, अरविंद केजरीवाल, तेजस्वी यादव और एमके स्टालिन का धन्यवाद किया।