Oxygen Crisis : राजधानी दिल्ली में अभी भी ऑक्सीजन के लिए मचा है हाहाकार

बीते पांच दिन में औसतन रोजाना कोरोना के 25 हजार मामले सामने आ रहे हैं। बीते पांच दिनों में दिल्ली में एक लाख 27 हजार 219 मामले सामने आए हैं। 19 अप्रैल से 23 अप्रैल के बीच दिल्ली में एक लाख आठ हजार 411 लोगों ने कोरोना संक्रमण को मात दी है।

नई दिल्ली। कई दिनों से राजधानी दिल्ली (Delhi) में ऑक्सीजन (Oxygen) को लेकर कोहराम मचा है। तमाम निजी अस्पताल की ओर से कहा जा रहा है कि उनके पास चंद घंटे के लिए ही ऑक्सीजन (Oxygen) बचा है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) इसको लेकर बयान दे चुके हैं। वे केंद्र सरकार पर ठीकरा फोड चुके हैं। भाजपा (BJP) उन पर पलटवार भी कर चुकी है।

इस बीच रविवार की सुबह खबर आई कि दिल्ली के पेंटामेड अस्पताल में सिर्फ 1.5 घंटे की मेडिकल ऑक्सीजन (Oxygen) बची है। कैजुअल्टी के सीएमओ की ओर से कहा गया कि हमारे पास सिर्फ 1.5 की ऑक्सीजन है। यहां करीब 60 मरीज भर्ती हैं, जिनमें 10-11 मरीज वेंटिलेटर पर हैं। उनको बहुत ज्यादा ऑक्सीजन (Oxygen) चाहिए। हम लोग लगे हैं कि कहीं से भी ऑक्सीजन (Oxygen) मिल जाए।

इसके बीच एक सुकून की खबर भी है। दिल्ली में बीते पांच दिनों में कोरोना (COVID19) से ठीक होने वाले मामलों का औसत रोजाना 20 हजार से अधिक है। 19 अप्रैल से 23 अप्रैल के बीच दिल्ली में एक लाख आठ हजार 411 लोगों ने कोरोना संक्रमण को मात दी है। इनमें से लगभग 25 हजार मरीज गंभीर रूप से बीमार थे।

राजधानी के कई दूसरे अस्पतालों में भी ऑक्सीजन की बेहद कमी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कहा था कि दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी ना हो, इसके लिए हम पूरी मेहनत कर रहे हैं। मुझे यकीन है कि अगर हम सब एक साथ ‘भारतीय’ बनकर लड़ेंगे, तो हम कोरोना को हरा देंगे। वहीं, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने भी कहा था कि केंद्र सरकार द्वारा कोटा बढ़ाये जाने के बावजूद हरियाणा और उत्तर प्रदेश सरकार ऑक्सीजन की सप्लाई रोक रही हैं। कल दिल्ली को 378 MT की जगह सिर्फ 177 MT ऑक्सीजन मिला। मैं केंद्र से विनती करता हूँ कि चाहे पैरामिलिट्री फोर्स तैनात करनी पड़े, लेकिन किसी भी हाल में ऑक्सीजन पहुंचाएं।

दूसरी ओर दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता (Adesh Gupta) ने कहा कि मोदी सरकार ने दिल्ली सरकार को 8 नए ऑक्सीजन (Oxygen) प्लांट लगाने के लिए फंड मुहैया कराया परन्तु दिल्ली सरकार ने कोई काम नहीं किया। इतनी बड़ी लापरवाही के कारण आज दिल्ली में हजारों लोगों की सांसें रूक रही हैं। दिल्ली सरकार को इसकी सजा मिलनी चाहिए।