बेंगलुरू
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेंगलुरू में येलहंका के वायु सेना स्टेशन में एयरो इंडिया 2023 के 14वें संस्करण का उद्घाटन किया।इस दौरान पीएम मोदी ने कहा की एयरो इंडिया का यह आयोजन भारत के बढ़ते हुए सामर्थ्य का उदाहरण है। इसमें दुनिया की करीब 100 देशों की मौजूदगी होना दिखाता है कि भारत पर पूरे विश्व का विश्वास कितना बढ़ गया है.यह आयोजन एक और वजह से बहुत खास है। यह कर्नाटक जैसे एक ऐसे राज्य में हो रहा है जिसे तकनीक की दुनिया में विशेष महारत हासिल है।
'अमृतकाल' का भारत एक फाइटर पायलट की तरह आगे बढ़ रहा है, जिसको ऊंचाइयां छूने से डर नहीं लगता।
जो सबसे ऊंची उड़ान भरने के लिए उत्साहित है।
आज का भारत तेज सोचता है, दूर की सोचता है और तुरंत फैसले लेता है।
– पीएम @narendramodi pic.twitter.com/6ulJ7U1mFp
— BJP (@BJP4India) February 13, 2023
इस आयोजन से एयरो स्पेस और डिफेंस के क्षेत्र में नए अवसर पैदा होंगे।कर्नाटक के युवाओं के लिए नई संभावनाएं पैदा होंगी।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा की देश-विदेश के एग्जिबिटर इसमें अपनी भागीदारी कर रहे हैं। इसने अब तक अपने सारे रिकोर्ड तोड़ दिए हैं। इसमें भारतीय MSME भी हैं, स्वदेशी स्टार्ट अप भी है और दुनिया की जानी मानी कंपनी भी है.आज ये आयोजन केवल एक शो नहीं है, ये भारत की स्ट्रेंथ भी है और भारत की डिफेंस इंडस्ट्री के स्कोप और सेल्फ कॉन्फिडेंस को भी फोकस करता है।रक्षा एक एसा क्षेत्र है, जिसकी तकनीक, मार्केट और सतर्कता को सबसे जटिल माना जाता है। हमारा लक्ष्य है 2024-25 तक इसके निर्यात के आंकड़े को डेढ़ बिलियन से बढ़ाकर 5 बिलियन डॉलर तक ले जाया जाए.जब कोई देश नई सोच और नई अप्रोच के साथ आगे बढ़ता है तो उसकी व्यवस्थाएं भी नई सोच के साथ ढलने लगती हैं। आज का ये आयोजन भारत की नई सोच को भी प्रतिबिंबित करता है।आज भारत की संभावनाओं और सामर्थ्य का प्रमाण हमारी सफलताएं दे रही हैं।आकाश में गर्जना करते तेजस विमान ‘मेक इन इंडिया’ की सफलता का प्रमाण है। 21वीं सदी का नया भारत अब ना कोई मौका खोएगा और ना ही अपनी मेहनत में कोई कसर छोड़ेगा। हम कमर कस चुके हैं।पीएम मोदी ने आगे कहा की ‘अमृतकाल’ का भारत एक फाइटर पायलट की तरह आगे बढ़ रहा है, जिसको ऊंचाइयां छूने से डर नहीं लगता। जो सबसे ऊंची उड़ान भरने के लिए उत्साहित है।आज का भारत तेज सोचता है, दूर की सोचता है और तुरंत फैसले लेता है।एक बात और, भारत की रफ़्तार चाहे जितनी तेज हो लेकिन वो हमेशा जमीन से भी जुड़ा रहता है।