नई दिल्ली। भारत को परमाणु शक्ति संपन्न बनाने की दिशा में 11 मई की तारीख इतिहास में दर्ज है। साल 1998 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने आज के दिन ही पोखरण रेंज में परमाणु परीक्षण करने की अनुमति दी थी। जैसे ही भारत ने यह परीक्षण किया, पूरा विश्व भौंचक्का रह गया। कई देशों ने प्रतिबंध लगाएं, लेकिन भारत अपने विकास के पथ पर आगे बढ़ता ही रहा। इस बात को आज 24 साल हो चुके हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज के दिन को याद करते हुए कहा है कि पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस पर हमारा राष्ट्र उन सभी को सलाम करता है जो दूसरों के जीवन में सकारात्मक अंतर लाने के लिए टेक्नोलॉजी का लाभ उठा रहे हैं। हमें 1998 में इसी दिन हमारे वैज्ञानिकों की असाधारण उपलब्धि याद है। यह भारत के इतिहास में एक ऐतिहासिक क्षण था। साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी के नेतृत्व को भी याद किया।
Today, on National Technology Day, we express gratitude to our brilliant scientists and their efforts that led to the successful Pokhran tests in 1998. We remember with pride the exemplary leadership of Atal Ji who showed outstanding political courage and statesmanship. pic.twitter.com/QZXcNvm6Pe
— Narendra Modi (@narendramodi) May 11, 2022
बता दें कि इंदिरा गांधी के कार्यकाल में 1974 में पहला परमाणु परीक्षण हुआ था। फिर अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के कार्यकाल में पोखरण में 11 व 13 मई 1998 को दूसरा परमाणु परीक्षण हुआ।राजस्थान के जैसलमेर जिला मुख्यालय से 110 किलोमीटर दूर स्थित पोखरण फिल्ड फायरिंग रेंज में हुए धमाकों ने भारत को परमाणु शक्ति सम्पन्न देशों की श्रेणी में खड़ा कर दिया था।