नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र सरकार विपक्षी सांसदों और जनता के सवालों से डरती है इसलिए वह सदन में चर्चा नहीं कराती है। केवल अपनी बात करना चाहती है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘सवालों से डर, सत्य से डर, साहस से डर…जो सरकार डरे, वो अन्याय ही करे।’’
राहुल गांधी ने यह टिप्पणी उस वक्त की है जब राज्यसभा में 12 सदस्यों के निलंबन को लेकर पिछले चार दिनों से गतिरोध बना हुआ है। राहुल गांधी और कांग्रेसियों के साथ राज्यसभा के निलंबित 12 सदस्यों ने गांधी प्रतिमा के सामने बैठकर गुरुवार की सुबह ठंड में धराना शुरू किया। उन्होंने मांग की जब तक राज्यसभा से निलंबित सदस्यों का निलंबन नहीं रद्द नहीं किया जाता तब तक संसद की कार्रवााई के दौरान पूरे दिन बैठे रहेंगे और इस अत्याचार के खिलाफ धरना जारी रखेंगे। नेताओं ने ‘निलंबन वापस लो’ और ‘मोदी सरकार हाय हाय’ के नारे लगाए।
सवालों से डर,
सत्य से डर,
साहस से डर…जो सरकार डरे, वो अन्याय ही करे।#Debate #Dissent #Democracy
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 2, 2021
संसद के सोमवार को आरंभ हुए शीतकालीन सत्र के पहले दिन राज्यसभा में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को इस सत्र की शेष अवधि तक के लिए उच्च सदन से निलंबित कर दिया गया था।
We will continue our Satyagraha against the suspension of opposition MPs
– Until the suspension of 12 MPs is revoked
– Until the ruling party agrees for a debate on repeal of farm lawsWe won't back down!
Why is Govt always reluctant for a debate or discussion? pic.twitter.com/qu6tQZAWmb
— Leader of Opposition, Rajya Sabha (@LoPIndia) December 2, 2021
जिन सदस्यों को निलंबित किया गया है उनमें मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के इलामारम करीम, कांग्रेस की फूलों देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम शामिल हैं।
बता दें कि राहुल गांधी समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं ने हाथ पर काली पट्टी बांध कर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगाए। कांग्रेस ने ऐलान किया कि भाजपाई काले इरादों के खिलाफ संघर्ष हमारा जारी है। जनता की आवाज उठाना कांग्रेस ने अपनी जिम्मेदारी समझा है।
भाजपाई काले इरादों के खिलाफ संघर्ष हमारा जारी है।
जनता की आवाज उठाना कांग्रेस ने समझा जिम्मेदारी है।। pic.twitter.com/CG3qYXSg2l— Congress (@INCIndia) December 2, 2021