नई दिल्ली। उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी का सूपड़ा साफ हो गया है। राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के लिए यह सियासी खतरे की घंटी है। इस उपचुनाव के नतीते आगमी विधानसभा चुनाव के नतीजे के संकेत भी माने जा रहे हैं। कांग्रेस का 4-0 से जीतना भाजपा और सरकार के लिए झटका है। वह भी तब, जब अगले वर्ष हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव हैं। भाजपा को मंडी लोकसभा सीट पर हार का सामना करना पड़ा है।
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि मंडी लोकसभा उपचुनाव और विधानसभा उपचुनावों में कांग्रेस को विजयी आशीर्वाद देने के लिए देवभूमि हिमाचल प्रदेश की सम्मानित जनता का हार्दिक आभार। ये विजयी गूंज आगामी विधानसभा चुनावों में हिमाचल प्रदेश से भाजपा की विदाई का संकेत है।
प्रतिभा वीरभद्र सिंह जीत गई हैं। यह सीट भाजपा सांसद राम स्वरूप शर्मा के देहांत के बाद खाली हुई थी। तीन विधानसभा क्षेत्रों में फतेहपुर में सुजान सिंह पठानिया के पुत्र भवानी पठानिया ने जीत दर्ज की है। अर्की भी कांग्रेस की झोली में रह गया है। यह सीट वीरभद्र सिंह के निधन से खाली हुई थी। जुब्बल कोटखाई सीट भाजपा विधायक नरेंद्र बरागटा के देहावसान से खाली हुई थी और अब रोहित ठाकुर ने इसे कांग्रेस की झोली में डाल दिया है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि लोकसभा उपचुनावों में BJP कुल 3 में से 2 सीट हारी है। विधानसभा चुनावों में भी जहां कांग्रेस-भाजपा की सीधी टक्कर है, भाजपा हारी है। हिमाचल,राजस्थान,कर्नाटक,महाराष्ट्र इस का सबूत हैं। मोदी जी, राजहठ छोड़ें! 3 काले क़ानून वापस लें। पेट्रोल-डीज़ल-गैस की लूट बंद करें।