नई दिल्ली। चार सदस्यीय CPI प्रतिनिधिमंडल, जो आज हरियाणा के गुरुग्राम और नूंह में हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहा था, उन्हें नूंह जिले के पास प्रभावित गांवों में प्रवेश करने से पहले पुलिस ने रोक दिया। पुलिस ने CrPC की धारा 144 के तहत रोक के साथ-साथ प्रतिनिधिमंडल की सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए उन्हें आगे जाने से रोक दिया। नूंह में एक होटल कम रेस्तरां को ध्वस्त कर दिया गया। जिला प्रशासन का कहना है कि यह अवैध रूप से बनाया गया था और हाल ही में हुई हिंसा के दौरान गुंडों ने यहां से पथराव किया था।
दूसरी ओर, डिमोलिशन ड्राइव पर नूंह से कांग्रेस विधायक चौधरी आफताब अहमद ने कहा कि यह ड्राइव गैरकानूनी है और न्यायसंगत नहीं है। ऐसी कार्रवाई से कुछ हासिल नहीं होगा। दोष सिद्ध हो जाए तो आरोपियों के खिलाफ कड़ी सजा दी जाए। लेकिन गरीबों के घर, दुकानें तोड़ देना किसी भी तरह से सही नहीं है।
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा है कि नूंह जिले में धार्मिक शोभायात्रा के मद्देनजर तनाव पैदा होने की आशंका के बारे में उनके पास कोई खुफिया जानकारी नहीं थी। 31 जुलाई को इस शोभायात्रा पर हमला हुआ था। विज ने नूंह में भड़की हिंसा से संबंधित सवाल के जवाब में शुक्रवार को कहा, ‘‘मैंने अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) और पुलिस महानिदेशक से पूछा। उन्होंने भी यह कहा कि उन्हें कोई जानकारी नहीं थी।’’ विज ने कहा, ‘‘पता नहीं यह (खुफिया जानकारी) किसी के पास थी या नहीं, मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
बता दें कि नूंह में सोमवार को विश्व हिंदू परिषद की शोभायात्रा पर भीड़ के हमला करने के बाद भड़की सांप्रदायिक हिंसा में दो होम गार्ड और एक इमाम समेत छह लोगों की मौत हो गई। विज ने कहा कि सांप्रदायिक झड़पों के संबंध में अब तक कुल 216 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 80 को एहतियातन हिरासत में लिया गया है तथा 104 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। नूंह में हिंसा भड़काने में पाकिस्तान के कुछ सोशल मीडिया अकाउंट की भूमिका संबंधी रिपोर्ट के बारे में पूछने पर गृह मंत्री विज ने कहा कि ये सभी तथ्य पुलिस की जानकारी में हैं और इसकी जांच जारी है। उन्होंने कहा कि जांच के बाद निष्कर्ष साझा किया जाएगा।