राहुल गांधी ने किया भाजपा पर हमला और संगठन को मजबूत करने की बात

सरकार ने हिंदुस्तान के युवाओं के भविष्य को नष्ट कर दिया है। एक तरफ बेरोजगारी दूसरी तरफ महंगाई, यूक्रेन में युद्ध हुआ है आने वाले समय में मुद्रा स्फ़ीति पर इसका असर पड़ेगा। कांग्रेस पार्टी ने निर्णय लिया है कि अक्टूबर महीने में पूरी कांग्रेस पार्टी जनता के बीच जाएगी और यात्रा करेगी। जनता के साथ जो रिश्ता कांग्रेस का था उसे फिर से पूरा करेगी। ये शॉर्टकट से नहीं होने वाला है और ये काम पसीना बहाकर ही किया जा सकता है।

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी ने उदयपुर में आयोजित चिंतन शिविर में एक ओर केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना की। भारतीय जनता पार्टी पर हमला किया। दूसरी ओर कांग्रेस संगठन को नए सिरे से मजबूत करने की वकालत की। इसके लिए उन्होंने कई सुझाव भी दिए।

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि आगामी अक्टूबर महीने में पार्टी के नेता एवं कार्यकर्ता जनता के बीच जाएंगे और उनके मुद्दों को समझेंगे। राहुल गांधी ने यह आरोप भी लगाया कि केंद्र की मौजूदा सरकार में प्रदेशों और जनता को संवाद करने की अनुमति नहीं दी जा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस संवाद का मंच प्रदान करती है जो भाजपा, आरएसएस और क्षेत्रीय पार्टियों में संभव नहीं है। मेरी लड़ाई RSS व BJP की विचारधारा से है, जो हिंसा और नफरत ये फैलाते हैं उसके खिलाफ है, ये मेरी जिंदगी की लड़ाई है, मैं मानने को तैयार नहीं हूं कि हमारे देश में इतनी नफरत फैल सकती है। हमारे खिलाफ बड़ी शक्तियां है, मैं इन शक्तियों से नहीं डरता हूं।

राहुल गांधी ने युवाओं को पूरा मौका देने का आह्वान करते हुए है कि संगठन में अनुभवी और युवा नेताओं का संतुलन बनाना होगा। उन्होंने कहा, ‘‘चाहे हमारे वरिष्ठ नेता हों, कनिष्ठ नेता हों या कार्यकर्ता हों, उन्हें जनता के बीच जाना चाहिए। जनता के साथ कांग्रेस का संपर्क टूट गया है, उसे स्वीकार करना होगा। उसे फिर से बनाना होगा। जनता समझती है कि कांग्रेस पार्टी ही देश को आगे ले जा सकती है।’’

वहीं, चिंतन शिविर में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि हम 2 अक्टूबर से गांधी जयंती के दिन ‘राष्ट्रीय कन्याकुमारी टू कश्मीर भारत जोड़ों यात्रा’ शुरू करेंगे। सभी युवा और सभी नेता यात्रा में शामिल होंगे।