कोलंबो। राजनीतिक अस्थिरता के बीच श्रीलंका के लिए अच्छी खबर है कि देश की संसद ने कार्यवाहक राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को अपना नया राष्ट्रपति चुना है। अब इनके सामने देश की आर्थिक संकट से उबरना और जनता के भरोसे को दोबारा कायम करना सबसे प्रमुख चुनौती होगी।
44 सालों के बाद पहली बार देश की संसद में राष्ट्रपति का चुनाव किया गया है। नए राष्ट्रपति का चुनाव सीक्रेट बैलेट से किया गया है। सात दशकों के इतिहास में अब तक के सबसे खराब आर्थिक संकट से निपटने के लिए 2 करोड़ 20 लाख की आबादी वाले इस द्वीप देश के भविष्य पर सवाल बने हुए हैं।