जिहादियों के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही का समय: डॉ सुरेंद्र जैन

विश्व हिंदू परिषद केवल बलिदानी परिवार ही नहीं अपितु, उन सभी सुरक्षाकर्मियों के साथ है जो देश और हिंदुओं के जान-माल और सम्मान की रक्षा के लिए तत्पर रहते हुए संघर्ष करते हैं।

नई दिल्ली। जिहादी अपराधियों द्वारा मेवात के तावडू में डीएसपी सुरेंद्र सिंह की निर्मम हत्या बहुत दुखद है और यह हरियाणा की कानून व्यवस्था के लिए एक बड़ी चुनौती भी है। विश्व हिंदू परिषद के संयुक्त महामंत्री डॉ सुरेंद्र जैन ने एक प्रेस वक्तव्य के माध्यम से कहा है कि यदि मेवात में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की दिनदहाड़े हत्या कर दी जाती है तो आम हिंदू की जान माल की सुरक्षा की स्थिति क्या होगी, इसका अनुमान लगाया जा सकता है।

उन्होंने कहा की डीएसपी सुरेंद्र सिंह का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। हत्यारे किसी भी हालत में बचने में नहीं चाहिए। यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि अपराधियों को फांसी से कम की सजा ना मिले। अब मेवात में किसी भी प्रकार की नरमी नहीं बरती जा सकती। ऐसे दुर्दांत अपराधियों और उनके सभी साथियों के घरों पर बुलडोजर चला देना चाहिए और ऐसी सजा दी जानी चाहिए जिससे इन जिहादियों की आने वाली 10 पीढ़ियां भी अपराध करने से पहले 10 बार सोचें।

आज मेवात में हिंदू प्रतिदिन एक लाचार व्यक्ति की जिंदगी जी रहा है।अपराधियों की हिम्मत इतनी बढ़ गई है कि वे बार-बार पुलिस वालों पर भी हमला करते हैं। अब तो अपराधियों ने सब सीमाएं पार करके कुछ पुलिस वालों को घायल किया और एक वरिष्ठ अधिकारी की हत्या भी कर दी। इन अपराधियों की हिम्मत को पूरी तरह से कुचल देने का समय आ गया है।
इस घटनाक्रम से अब यह सिद्ध हो गया है की मेवात में हिंदुओं की स्थिति अभी भी दयनीय है। लव जिहाद, गौ हत्या तथा हिंदुओं पर हो रहे विविध प्रकारों के अत्याचारों का सिलसिला अभी थमा नहीं है। कुछ लोग परस्पर सौहार्द बनाने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन, वे वैसे ही निष्फल हो रहे हैं जैसे अन्य जगहों पर हुए हैं। सिर् तन से जुदा करने की धमकियां यहां भी दी गई हैं। कुछ मामलों में कार्यवाही भी हुई है। परंतु, डीएसपी की हत्या से यह स्पष्ट हो गया है कि यहां जिहादियों के हौसले अभी कम नहीं हुए हैं।

डॉ जैन ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद हरियाणा सरकार से अपील करती है कि वह इन जिहादी तत्वों के विरुद्ध ऐसी कठोर कार्यवाही करे जो मेवात ही नहीं, वल्कि, संपूर्ण भारत के जिहादियों के लिए एक गंभीर चेतावनी दे कि अगर वे हिंदू विरोधी और राष्ट्र विरोधी कृत्य करेंगे तो उनके साथ ऐसा ही व्यवहार होगा।