एसजेवीएन द्वारा पंजाब में 5000 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना प्रस्‍तावित

हाल ही में कंपनी ने 10,000 मेगावाट की सौर परियोजनाओं और पार्कों के विकास के लिए राजस्थान सरकार के साथ भी एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। एसजेवीएन वर्ष 2023 तक 5000 मेगावाट, 2030 तक 25000 मेगावाट और वर्ष 2040 तक 50000 मेगावाट के अपने साझा विजन को पूरा करने के लिए आगे बढ़ते हुए राष्ट्र की विकास गाथा में योगदान करने के लिए अग्रसर है।

चंडीगढ़। नन्‍द लाल शर्मा, अध्‍यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन ने चंडीगढ़ में पंजाब के मुख्यमंत्री श्री भगवंत मान से मुलाकात की और राज्य में 5000 मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं को विकसित करने में गहरी रुचि व्यक्त की। श्री शर्मा ने मुख्‍यमंत्री से अनुरोध किया कि एसजेवीएन संयुक्त उद्यम के गठन, एमओयू आदि के माध्यम से राज्य में सौर परियोजनाओं, कैनल टॉप सौर परियोजनाओं और फ्लोटिंग सौर परियोजनाओं के माध्यम से 5000 मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं का विकास करने का इच्‍छुक है ।

मुख्यमंत्री श्री भगवंत मान ने सौर परियोजनाओं के विकास में हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर श्री शैरी कलसी, विधायक बटाला, श्री ए. के. सिंह, निदेशक (वित्त), श्री एस. एल. शर्मा, सीईओ (एसजीईएल) और पंजाब सरकार एवं एसजेवीएन के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।

इस अवसर पर श्री नन्‍द लाल शर्मा ने विस्‍तृत प्रेजेन्‍टेशन दी और अवगत करवाया कि ट्रांस-नेशनल कंपनी एसजेवीएन के पास 42,000 मेगावाट क्षमता की परियोजनाएं है, जिसमें नवीकरणीय परियोजनाओं का सशकत पोर्टफोलियो शामिल है। श्री शर्मा ने कहा “एसजेवीएन ने पंजाब राज्य में विभिन्न विकासात्मक गतिविधियों के परिणामस्वरूप बढ़ती विद्युत मांग की आपूर्ति के लिए नवीकरणीय ऊर्जा के विकासार्थ एक रूपरेखा तैयार की है । एसजेवीएन हरित ऊर्जा का दोहन कर पंजाब की इस विकास गाथा में एक रणनीतिक भागीदार बनने की दिशा में अग्रसर है”।

श्री नन्‍द लाल शर्मा ने यह भी बताया कि एसजेवीएन पहले से ही पंजाब में 100 मेगावाट सौर ऊर्जा परियोजना का निष्‍पादन कर रहा है और इस हेतु पीएसपीसीएल के साथ दिनांक 23.06.2022 को एक पीपीए पर हस्ताक्षर किए गए। 545 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली यह परियोजना पहले वर्ष में 245.28 मि.यू. विद्युत उत्‍पादन करेगी, जबकि 25 वर्षों की अवधि में संचयी विद्युत उत्पादन लगभग 5643.52 मि.यू अनुमानित है ।