तो तुष्टिकरण की नीति पर खुलकर सरकारी आदेश दे रहे हैं नीतीश कुमार


पटना।
बिहार सरकार ने हिंदू त्योहारों को लेकर कई छुट््टी रद्द कर दी। रक्षाबंधन को स्कूल खोला हुआ है। शिक्षा विभाग ने रक्षाबंधन, हरितालिका व्रत तीज, जिउतिया, विश्वकर्मा पूजा, श्री कृष्ण जन्माष्टमी, भाई दूज, गुरु नानक जयंती जैसे कई पर कई त्योहारों पर छुट्टियां रद्द कर दी है। 28 अगस्त से 31 दिसंबर तक सरकारी विद्यालयों में लगभग 23 छुट्टियां थी, जिसे घटाकर शिक्षा विभाग ने 11 कर दिया है। इस निर्णय के कारण भाजपा नेताओं सहित आम जनमानस में गुस्सा है। कारण, एक भी मुस्मिल त्योहार की छुट्टी कम नहीं की गई है।

सोशल मीडिया में भी इसको लेकर कई प्रकार की प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही है। किस आधार पर रक्षाबंधन का छुट्टी कैंसल किया गया और दुर्गा पूजा से लेकर दीपावली तक की छुट्टी में कटौती हुआ? क्या आपके अंदर ईद, बकरीद या अन्य क्रिश्चियन या मुस्लिम त्योहार की छुट्टियों को कम करने का हिम्मत नहीं था जो अपने हिंदू त्योहार की छुट्टियों के साथ छेड़छाड़ किया? कितना ज्यादा नीचे गिरेंगे? इतना तो हमने उम्मीद भी नहीं किया था उससे भी ज्यादा नीचे गिरते जा रहे हो? क्या करेंगे इतने पैसे और इतने पावर का जब इज्जत ही ना रहे? कभी आपने सोचा है कि बिहार के साथ-साथ पूरे देश के लोग आपके बारे में क्या सोचते हैं? एक बार सोचना.

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि स्कूलों में दीपावली से छठ पूजा तक के लिए लगातार छुट्टियां रहती थीं। अब इस बीच की नौ दिन की छुट्टी को घटाकर सिर्फ चार दिन किया गया है। इसमें दीपावली के दिन एक दिन की छुट्टी, चित्रगुप्त पूजा की एक दिन की छुट्टी और छठ के समय की दो दिन की छुट्टी होगी।

शिक्षा विभाग के आदेश पर राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने प्रश्न खड़े किए हैं। उन्होंने कहा है कि छह सितम्बर को चेहल्लुम की छुट्टी रहेगी। परंतु, सात को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की छुट्टी समाप्त कर दी गई है। वहीं, 28 सितंबर को हजरत मोहम्मद साहब का जन्मदिन है, इस दिन छुट्टी रहेगी।

भाजपा प्रवक्ता डॉ धनंजय गिरि का कहना है कि जाति नहीं केवल मुस्लिम तुष्टीकरण काम करते हैं नीतीश कुमार
6 सितंबर को चेहल्लुम की छुट्टी बरकरार रखा है और 7 सितंबर को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की छुट्टी को रद्द कर दिया है।
चेहल्लुम की छुट्टी, लेकिन भारतवंशियों और यदुवंशियों के आराध्य श्रीकृष्ण की जयंती पर स्कूल खोलने का आदेश जारी कर दिया है। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और उप-मुख्यमंत्री मुंबई क्या गए, नीतीश कुमार ने पूरे यदुवंशियों के साथ यह घात किया है। यह हाल तब है, जब बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव जी हैं और राजद से ही हैं। बिहार सरकार के मुखिया नीतीश कुमार केवल और केवल मुस्लिम तुष्टिकरण में लग गए हैं। शिक्षकों के साथ जितना अन्याय इनके राज में हुआ है, पहले कभी नहीं हुआ। पटना सहित कई जिलों में सरेआम लाठियां बरसाईं जाती है और अब इनके राज्य में शिक्षा विभाग ने ये नया फरमान निकाला है।