स्टार्टअप महाकुंभ ने उद्यमियों के लिए स्टार्टअप महा रथी का अनावरण किया, ₹30 करोड़ तक के पुरस्कार पूल के साथ

 

नई दिल्ली :  उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) ने Avaana Capital, LetsVenture, कर्नाटक डिजिटल इकोनॉमी मिशन (KDEM), IVCA, HDFC और अन्य साझेदारों के साथ मिलकर Startup Maha Rathi चैलेंज लॉन्च किया है। यह चैलेंज Startup Mahakumbh के दूसरे संस्करण का हिस्सा है और भारतीय स्टार्टअप्स को फंडिंग, मेंटरशिप और रणनीतिक मार्गदर्शन देकर सशक्त बनाने के लिए शुरू किया गया है। यह पहल भारत के 2047 तक विकसित अर्थव्यवस्था (Viksit Bharat) बनने के लक्ष्य के अनुरूप है। इस चैलेंज के तहत स्टार्टअप्स को ₹30 करोड़ तक की फंडिंग, उद्योग विशेषज्ञों से मार्गदर्शन और वैश्विक निवेशकों से नेटवर्किंग के अवसर मिलेंगे। साथ ही, उभरते राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के नवाचारशील स्टार्टअप्स के लिए विशेष पुरस्कार भी दिए जाएंगे।

स्टार्टअप महा रथी – विकसित भारत की ओर बढ़ते कदम – यह पहल 11 प्रमुख क्षेत्रों में नए उद्यमियों के लिए नए अवसर खोलने के लिए बनाई गई है, जिनमें एआई और डीपटेक, बायोटेक और हेल्थटेक, गेमिंग और स्पोर्ट्स, फिनटेक, इनक्यूबेटर्स और एक्सेलेरेटर्स, मोबिलिटी, एग्रीटेक, बी2बी और प्रिसीजन मैन्युफैक्चरिंग, डी2सी, क्लाइमेटटेक, और डिफेंस और स्पेसटेक शामिल हैं। इस कार्यक्रम का पुरस्कार माननीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री द्वारा दिया जाएगा। इसका उद्देश्य स्टार्टअप्स को सही संसाधन, फंडिंग और मार्गदर्शन प्रदान करके उन्हें आगे बढ़ने में मदद करना है, जिससे वे भारत के तकनीकी और आर्थिक विकास में योगदान दे सकें। इस पहल के तहत चुने गए स्टार्टअप्स को स्टार्टअप इंडिया के माध्यम से वैश्विक बाजारों में पहचान मिलेगी, उद्योग विशेषज्ञों से मार्गदर्शन, निवेशकों से नेटवर्किंग के अवसर, और DPIIT द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिलेगी।

प्रतियोगिता एक संगठित और बहु-चरणीय चयन प्रक्रिया के तहत चलेगी। आवेदन प्रक्रिया 26 फरवरी 2025 से शुरू होगी और चार चरणों के बाद 3 से 5 अप्रैल 2025 के बीच भारत मंडपम, नई दिल्ली में एक विशेष लाइव पिचिंग फाइनल के साथ संपन्न होगी। ग्रैंड जूरी राउंड के लिए शॉर्टलिस्ट की गई प्रत्येक स्टार्टअप को ₹1 लाख की गारंटी मिलेगी। हर सेक्टर से शीर्ष 2 स्टार्टअप्स को ₹10 लाख का पुरस्कार दिया जाएगा, जबकि अगले 5 स्टार्टअप्स को ₹5 लाख मिलेंगे। इसके अलावा, प्रत्येक ट्रैक के अगले 5 स्टार्टअप्स को ₹3 लाख दिए जाएंगे। वित्तीय सहायता के अलावा, भाग लेने वाले स्टार्टअप्स को उद्योग विशेषज्ञों से मार्गदर्शन और निवेशकों से जुड़ने का मौका मिलेगा। इस जूरी में 100 से अधिक शीर्ष वेंचर कैपिटलिस्ट्स (VCs), एंजेल इन्वेस्टर्स और विशेषज्ञ शामिल होंगे, जिनमें स्टार्टअप इंडिया, अवाना कैपिटल, लेट्सवेंचर, केडीईएम, आईवीसीए, एचडीएफसी और अन्य प्रमुख संस्थाएं शामिल हैं।

श्री पीयूष गोयल, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने लॉन्च के अवसर पर कहा, “स्टार्टअप महा रथी पहल ‘विकसित भारत 2047’ के लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह पहल नए और होनहार स्टार्टअप्स को वित्तीय सहायता और विशेषज्ञ मार्गदर्शन देकर उन्हें बढ़ने, नवाचार करने और बड़े बदलाव लाने के लिए सक्षम बनाएगी। इससे भारत की स्थिति वैश्विक स्तर पर उद्यमिता और नवाचार के क्षेत्र में और मजबूत होगी।”

 

श्री अमरदीप सिंह भाटिया, सचिव, DPIIT ने कहा, “भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम एक अहम मोड़ पर है, और ऐसे पहल जरूरी हैं ताकि उभरते हुए स्टार्टअप्स को सही समर्थन मिल सके और वे सफल हो सकें। यह पहल नवाचार को बढ़ावा देने वाली मजबूत संस्कृति तैयार करेगी और नए व प्रगतिशील उद्यमियों की अगली पीढ़ी को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।”

श्री संजीव, संयुक्त सचिव, DPIIT ने इस पहल पर टिप्पणी करते हुए कहा, “हमारा लक्ष्य स्टार्टअप्स और निवेशकों के बीच की दूरी को कम करना है। यह पहल स्टार्टअप्स को अपने इनोवेटिव आइडियाज दिखाने और सीधे फंडिंग व मेंटरशिप तक पहुंच पाने के लिए एक संगठित और प्रभावशाली मंच प्रदान करेगी।”

अंजलि बंसल, संस्थापक साझेदार, अवाना कैपिटल ने कहा, “स्टार्टअप महा रथी जैसे पहलें उन उद्यमियों को महत्वपूर्ण समर्थन देती हैं, जो भारत की प्रमुख चुनौतियों जैसे कि ग्रीन ग्रोथ, सतत विकास, ऊर्जा परिवर्तन, खाद्य प्रणाली, कृषि और डीप टेक के समाधान निकाल रहे हैं। यह कार्यक्रम न केवल भारत की उद्यमशीलता क्षमता को दर्शाते हैं, बल्कि देश की प्राथमिकताओं के अनुरूप टिकाऊ और बड़े पैमाने पर प्रभाव डालने वाले समाधान विकसित करने में भी मदद करते हैं। इससे भारत को वैश्विक स्तर पर एक मजबूत और प्रतिस्पर्धी ‘विकसित भारत’ बनाने में गति मिलेगी।”