बिहार की अजब राजनीति, फिर मुख्यमंत्री बनने से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिया इस्तीफा

पटना। बिहार में एनडीए सरकार गठबंधन के जरिए फिर से वापसी करने को तैयार है। महागठबंधन से जेडीयू ने खुद को अलग कर लिया है। महागठबंधन से अलग होने के बाद भाजपा के साथ मिलकर अब जदयू सरकार बनाने जा रही है। नीतीश कुमार राजभवन में रविवार की शाम को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इसके साथ ही वो नौवीं बार राज्य के मुख्यमंत्री बनेंगे।

बिहार में एनडीए के साथ हम (HAM) भी शामिल हैं, जो जीतन राम मांझी की सरकार है। नीतीश कुमार रविवार को बिहार में नौवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण कार्यक्रम रविवार की शाम को राजभवन में आयोजित किया जाएगा। इस शपथ ग्रहण में नीतीश कुमार के साथ दो उप मुख्यमंत्री छह कैबिनेट मंत्रियों को भी शपथ दिलाई जाएगी। बिहार में बनने जा रही नई कैबिनेट में बीजेपी की ओर से सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा और डॉक्टर प्रेम कुमार को शामिल किया गया है। वहीं जदयू की ओर से विजय चौधरी, विजेंद्र यादव और श्रवण कुमार को जगह दी गई है। इसके अलावा जीतन राम मांझी के बेटे संतोष कुमार सुमन और निर्दलीय उम्मीदवार सुमित सिंह को मंत्री बनाने का फैसला किया गया है।

बिहार में जारी राजनीति तक लाभ के बीच इस बिहार बीजेपी प्रभारी विनोद तावड़े ने एक फोटो भी सोशल मीडिया पर पोस्ट की है जिसमें नीतीश कुमार राज्यपाल को समर्थन पत्र सौंपते दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने एक अन्य ट्वीट भी किया है जिसमें उन्होंने बताया कि सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा को बिहार की नई सरकार में उपमुख्यमंत्री बनाया जाएगा।

बीजेपी ने नए चेहरों पर जताया भरोसा

बीजेपी ने इस बार बिहार में सम्राट चौधरी और विजय सिंह को डिप्टी सीएम बनाने का फैसला किया है। उपमुख्यमंत्री पद के लिए बीजेपी ने दो नए चेहरों पर भरोसा जताया है। इसके साथ ही बिहार भाजपा ने सम्राट चौधरी को विधायक दल का नेता और विजय सिंह को उप नेता चुना है। बिहार में नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह रविवार को पटना में होना है। शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी पटना पहुंचेंगे।

लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा, “…आने वाले दिनों में सरकार की क्या रूपरेखा होती है, एजेंडे में किस-किस चीज को जोड़ा जाता है…इन विषयों पर चर्चा होगी। आज महत्वपूर्ण था कि मौजूदा और पूर्व मुख्यमंत्री (नीतीश कुमार) पहले इस्तीफा दें और उसके बाद वे पुन: शपथ लें…मैं NDA के सहयोगी के तौर पर शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने जा रहा हूं…”