नई दिल्ली। लखमीपुर में किसानों की हत्या के बाद राजनीतिक घटनाक्रम जो भी रही हो, लेकिन आरोपी केंद्रीय राज्य मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा की गिपफ्तारी अब तक नहीं हुई है। इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश सरकार को जमकर लताड़ लगाई है। सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से पक्ष रखने वाले वकील हरीश साल्वे से कई तल्ख सवाल किए हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस केस को लेकर आशीष मिश्रा पर दर्ज मुकदमे में जो आरोप लगाए गए हैं, वो काफी गंभीर हैं।इस मामले में मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी अभी तक क्यों नहीं हुई है ? क्या यूपी सरकार दूसरे आरोपियों के साथ भी नोटिस भेजने जैसा व्यवहार करती है ?
सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह लखीमपुर खीरी हिंसा मामले की जांच में उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से उठाए गए कदमों से संतुष्ट नहीं है। बता दें कि बीते रविवार को लखीमपुर खीरी हिंसा में 4 किसानों सहित आठ लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा मुख्य आरोपी हैं।
एडवोकेट हरीश साल्वे ने पक्ष रखते हुए कहा कि मामले में जिस नौजवान (आशीष मिश्रा) को निशाना बनाया जा रहा है, उसे पूछताछ के लिए नोटिस दिया गया है और वो कल यानी शनिवार सुबह 11 बजे पुलिस के सामने पेश होगा। अगर आशीष मिश्रा पुलिस के सामने पेश नहीं होता, तो कानून की सख्ती का सहारा लिया जाएगा।
बता दें कि लखीमपुर खीरी की घटना अब देश ही नहीं विदेशों में भी चर्चा का विषय बन चुकी है। आम लोग भी इसको लेकर कई तरह की बातें कर रहे हैं। ऐसे में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की छवि को भी इससे धक्का लगेगा। राजनीतिक घटनाक्रम को भले ही योगी सरकार ने समय रहते अपने पक्ष में कर लिया हो, लेकिन जनता का मूड अभी भी गरम है।