नई दिल्ली। एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी ने कहा कि तीनों सेवाओं के अधिकारियों को ले कर बनाए गए जांच दल की ‘कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी’ एक निष्पक्ष प्रक्रिया होगी और इस दल को घटना के प्रत्येक पहलू की जांच करने को कहा गया है। चौधरी ने हैदराबाद के पास डुंडीगल में वायु सेना अकादमी में संयुक्त स्नातक परेड के इतर संवाददाताओं से कहा कि जांच को पूरा होने में ‘‘कुछ और सप्ताह लगेंगे’’। उन्होंने कहा, ‘‘मैं कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के परिणाम को लेकर पहले से कोई संभावना नहीं जताना चाहता, क्योंकि यह एक समग्र प्रक्रिया है। उन्हें (एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह को) अधिकार दिया गया है कि हरेक पहलू की जांच की जाए और हर पहलू पर गौर किया जाए कि क्या गलत हुआ होगा और उसी आधार पर उचित सिफारिशें की जाएं तथा निष्कर्ष निकाला जाए।’’
चौधरी से जांच से जुड़ी जानकारियों और हेलीकॉप्टर हादसे संबंधी परिस्थितियों को लेकर सवाल किया गया था, जिसके जवाब में उन्होंने यह टिप्पणी की। तमिलनाडु के कुन्नूर में आठ दिसंबर को हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण भारत के प्रमुख रक्षा अध्यक्ष, उनकी पत्नी और 12 अन्य सैन्यकर्मियों की मौत हो गई थी। उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि मैं इस बारे में जल्दबाजी में कोई घोषणा नहीं करूं कि इसका (हादसे का) कारण क्या हो सकता है या हम इसके लिए क्या प्रतिकारात्मक कदम उठाने जा रहा है, इसलिए हमें कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी पूरी होने तक कुछ और सप्ताह के लिए इंतजार करना होगा। मैं आपको यह भरोसा दिलाना चाहता हूं कि यह अत्यंत निष्पक्ष प्रक्रिया है।’’
Air Chief Marshal VR Chaudhari #CAS reviewed the #CGP at AFA today, marking the successful culmination of training for 175 Flight Cadets. On the occasion, 2 officers from @IndianNavy, 9 from @IndiaCoastGuard & 3 Cadets from #Vietnam were also awarded 'Wings'. (1/6) pic.twitter.com/CavFLFKx1X
— Indian Air Force (@IAF_MCC) December 18, 2021
इससे पहले, चौधरी ने यहां पासिंग आउट परेड को संबोधित करते हुए कहा कि युद्ध की प्रकृति में मूलभूत परिवर्तन हो रहे हैं और भारत के सुरक्षा परिदृश्य में बहुआयामी खतरे एवं चुनौतियां शामिल हैं, जिनके लिए कई क्षेत्रों में क्षमता निर्माण की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा, ‘‘युद्ध की प्रकृति में मूलभूत बदलाव आ रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में नई प्रौद्योगिकी और मौलिक रूप से नए सिद्धांत सामने आए हैं। भारत के सुरक्षा परिदृश्य में बहुआयामी खतरे और चुनौतियां शामिल हैं। इनसे निपटने के लिए हमें कई क्षेत्रों में क्षमताओं की आवश्यकता होगी और हमें हमारे सभी अभियानों को एक साथ और कम समय में पूरा करना होगा।’’
चौधरी ने तमिलनाडु में एक हेलीकॉप्टर हादसे में भारत के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बल के 12 अन्य अधिकारियों के असमय निधन पर शोक जताते हुए कहा कि इस दुर्घटना के मद्देनजर परेड के दौरान कई कार्यक्रमों को आयोजित नहीं करने का फैसला किया गया।