महाराष्ट्र में स्थिति है चिंताजनक, सरकार लगा सकती है फिर से लाॅकडाउन

वे लापरवाही ना बरतें और सावधानी के साथ रहें, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने स्पष्ट कहा कि अगर लोगों को लॉकडाउन चाहिए तो वे मास्क नहीं पहनेंगे और अगर उन्हें लॉकडाउन नहीं चाहिए तो वे मास्क पहनेंगे।

मुंबई। बार-बार यह कहा गया कि जरा सी लापरवाही भारी पड सकती है। महाराष्ट्र, केरल में जिस गति से दोबारा कोरोना संक्रमण के मामले बढ रहे हैं, राज्य सरकार के साथ केंद्र सरकार भी चिंता में आ गई है। महाराष्ट्र सरकार एक जिले में लाॅकडाउन लगा चुकी है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने तो साफतौर पर कहा है कि वे लापरवाही ना बरतें और सावधानी के साथ रहें, उन्होंने स्पष्ट कहा कि अगर लोगों को लॉकडाउन चाहिए तो वे मास्क नहीं पहनेंगे और अगर उन्हें लॉकडाउन नहीं चाहिए तो वे मास्क पहनेंगे।

महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र, केरल और कई राज्यों में फिर से कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं, सावधानी बरतनी जरूरी है। पहले भी कोरोना वायरस के मामले काबू में आए हैं, इसलिए मास्क पहनना, हाथ स्वच्छ रखना और दूरी रखना बहुत जरूरी है।

बता दें कि महाराष्ट्र के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल भी कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं उन्होंने ट्‌वीट कर इस संबंध में जानकारी दी है। इस महीने कोरोना वायरस से संक्रमित होने वाले भुजबल सातवें मंत्री हैं. इस महीने की शुरुआत में महाराष्ट्र के मंत्री अनिल देशमुख, राजेंद्र शिंगणे, जयंत पाटिल, राजेश टोपे, सतेज पाटिल और बच्चू कडू संक्रमित पाए गये थे।

महाराष्ट्र के मंत्री नितिन राउत ने बताया कि प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए नागपुर जिले के सभी स्कूल, कॉलेज और कोचिंग को सात मार्च तक के लिए बंद कर दिया गया है। शहर के मुख्य बाजार को इस सप्ताह के अंत तक के लिए बंद कर दिया गया है। होटल और रेस्टोरेंट को 50 प्रतिशत की क्षमता के साथ ही चलाने का निर्देश दिया गया है। जबकि मैरिज हॉल को 25 फरवरी से सात मार्च तक के लिए बंद कर दिया गया है।