नई दिल्ली। कल लोकसभा में जाति जनगणना पर भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने भाषण दिया। इसके बाद विपक्ष और भारतीय जनता पार्टी के बीच बहसबाजी शुरू हो गई। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस ठाकुर के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव पर विचार कर रही थी। ठाकुर की टिप्पणी पर बुधवार को संसद में हंगामा हुआ। जहां अनुराग ठाकुर के भाषण का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समर्थन किया, वहीं समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने ठाकुर पर हमला करते हुए पूछा कि वे किसी की जाति कैसे पूछ सकते हैं। इस पर कांग्रेस सांसद कार्ति पी.चिदंबरम ने कहा कि इस दिन और युग में, अगर किसी को इतनी प्राचीन चीज़ के बारे में प्रश्न पूछने की ज़रूरत है तो यह अप्रिय है। मैंने हमेशा कहा है कि इस तरह के असभ्य व्यवहार का हमारे सार्वजनिक संवाद में कोई स्थान नहीं है। सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा कि बदतमीज़ है’, उनसे ऐसी उम्मीद नहीं थी और पीएम उनका समर्थन करेंगे, ऐसी उम्मीद नहीं थी।
कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने कहा कि यह ठाकुर जी का स्वभाव है। आप उनकी मानसिकता समझ सकते हैं। अगर वह इस स्तर तक गिर कर बोल सकते हैं…तो इसका मतलब है कि आपकी नींव कमजोर है। शिवसेना सांसद प्रियंका चतुवेर्दी ने कहा कि देश को जरूरत है कि हम धर्म और जाति से ऊपर उठकर देश की सेवा करें, भारत माता की सेवा करें। हमारी जाति है देश की सेवा करना और धर्म है भारत माता को आगे ले जाना। ये वे लोग हैं जो देश को इस तरह से ढालना चाहते हैं जो उनके लिए राजनीतिक रूप से सुविधाजनक हो…उन्होंने जो कहा वह निंदनीय है, मुझे उम्मीद है कि उनके नेता उनसे माफी मांगेंगे।
कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने कहा कि यह बीजेपी के अहंकार को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि हम सभी जानते हैं कि अनुराग ठाकुर हमेशा अलग तरीके से सोचते हैं। उनकी एक पदानुक्रमित मानसिकता है। राहुल गांधी दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों के साथ खड़े हैं।