नई दिल्ली। भारत के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है। हॉकी में 41 सालों बाद पदक मिला है। हॉकी टीम ने कांस्य पदक जीतकर देशवासियों को खुशी की नई वजह दी है। प्रधानमंत्री सहित पूरा देश हॉकी टीम की खिलाड़ियों को बधाई दे रहा है।
बता दें कि भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने जर्मनी को 5-4 से हराकर कांस्य पदक जीता। हॉकी में भारत का यह 12वां ओलंपिक मेडल है। भारत की ओर से सिमरनजीत सिंह ने दो, जबकि हरमनप्रीत सिंह, हार्दिक सिंह और रुपिंदर पाल सिंह ने एक-एक गोल किए।
मैच की शुरुआत भारत के लिए खराब रही क्योंकि शुरुआती डेढ़ मिनट के अंदर की जर्मनी ने पेनाल्टी कॉर्नर के जरिए गोल करके टीम इंडिया को 0-1 से पीछे कर दिया। लेकिन यह दूसरे क्वार्टर की शुरुआत थी जो भारत को मनमांगी मिल गई। सिमरनजीत ने 1-1 से बराबरी की और कोच ग्राहम रीड डगआउट में खुशी से उछल पड़े। यहां भारत के लिए मैच खुल गया। जर्मनी का अटैक जारी रहा और एक और गोल भारत के खिलाफ करते ही जर्मनी 2-1 से आगे हो गया।
कमाल की गोल स्किल दिखाते हुए भारतीय खिलाड़ी से गेंद छीनकर पलक झपकते ही गोल कर दिया गया और जर्मनी 3-1 से आगे. हो गया। इसके तुरंत बाद भारत को पेनाल्टी कॉर्नर मिला जो हार्दिक सिंह द्वारा गोल में तब्दील हो गया और फिर एक पेनाल्टी कॉर्नर मिला और इस बार स्कोर बराबर हो गया। तीसरा क्वार्टर फिर से शुरू में गोल लेकर आया। यहां भारत को पेनाल्टी स्ट्रोक मिला जिस पर रूपिंदर सिंह ने चौथा गोल ठोक दिया है। इस गोल ने कांस्य पदक मैच में भारत को 4-3 से आगे कर दिया। मैच के अंतिम क्षण भी सांसे ऊपर-नीचे करने वाले रहे। 3 मिनट से भी कम समय शेष रहते हुए जर्मनी ने पेनाल्टी कॉर्नर हासिल किया लेकिन भारत को उस पर गोल नहीं खाया।
बता दें कि 1980 में भारत ने गोल्ड जीता था, तब से हॉकी का स्तर भारत में पहले जैसा नहीं रहा और ओलंपिक मेडल के लिए केवल इंतजार करते रहे।
भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कांस्य पदक जीतने पर जम्मू की हॉकी खिलाड़ियों ने जीत का जश्न मनाया।टोक्यो ओलंपिक में भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कांस्य पदक जीतने के बाद इंफाल के लोगों ने खुशियां मनाईं। ओलंपिक में पुरुष हॉकी में भारत ने जर्मनी को 5-4 से हराकर कांस्य पदक जीता। इस दौरान टीम के खिलाड़ी मंदीप सिंह के घर खुशियां मनाई गईं। मंदीप की मां ने बताया, “खिलाड़ियों की मेहनत आज सफल हुई। आज हम बहुत खुशियां मनाएंगे।”