उज्जैन। ज्योतिषशास्त्र के आधार पर यह दोनो ग्रहण अपने आप में प्राकृतिक आपदा और हम-सब जातकों को सचेत रहने का संकेत दे रहें है, इन दोनो ग्रहण का प्रभाव देश-विदेश पर 20 दिसम्बर 2022 से 23 दिसम्बर 2022 के अन्दर देखने को मिलेगा ज्योतिषाचार्य पंडित नरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने बताया कि ग्रहण के समय सभी लोग भगवान नाम का संकीर्तन, मंत्र जाप करें, इस वर्ष का अन्तिम चन्द्रग्रहण मेष राशि पर लगने जा रहा है, इस लिए पाँच राशि वाले जातक को कृपया सावधान रहने की जरुरत है।
ग्रहण का सूतक 8 नवम्बर 2022 में सुबह 8 बजकर 30 मिनिट से प्रारंभ हो जाएगा।
ग्रहण का पर्व:- 8 नवम्बर 2022 में शाम 4 बजकर 32 मिनिट से शाम 6 बजकर 23 मिनिट तक रहेगा। इस चन्द्र ग्रहण के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए जातक को अपने राशि के इष्ट देव की पूजा, जप करना परम अतिआवश्यक है।