नई दिल्ली। देश में एक बार फिर से सत्तारूढ भाजपा और विपक्षी दल कांग्रेस के अलावा तीसरे मोर्चे की सियासी कवायद तेज हो गई है। हाल ही में तेलंगाना के मुख्यमंत्री और टीआरएस प्रमुख के चंद्रशेखर राव ने अपनी जन्मदिन पर राजधानी दिल्ली में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। उसके बाद कुछ अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं से भी मुलाकात की। उसके बाद केंद्रीय राजनीति में तीसरे मोर्चे की बात हो रही है। इस मोर्चे की बाबत केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि इससे केंद्र सरकार और राजग गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि भले ही शिवसेना, तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) और अन्य पार्टियां राष्ट्रीय स्तर पर तीसरा मोर्चा गठित करने के लिए साथ आ जाएं, लेकिन इससे राजग को कोई खतरा नहीं है, क्योंकि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार में लोग खुश हैं। उन्होंने यह भी विश्वास जताया कि भाजपा वर्ष 2024 के आम चुनाव और पांच राज्यों में चल रहे विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करेगी।
बता दें कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री और टीआरएस प्रमुख के. चंद्रशेखर राव ने राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा के खिलाफ समान विचारधारा वाले दलों को एक साथ लाने की कोशिश के तहत रविवार को महाराष्ट्र के अपने समकक्ष उद्धव ठाकरे से मुंबई में उनके आवास पर मुलाकात की।
महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना और विपक्षी भाजपा के नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप को लेकर केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री ने कहा कि दोनों दलों के बीच अब जुबानी जंग बंद हो जानी चाहिए। उन्होंने कहा, मैं उद्धव ठाकरे से शिवसेना और भाजपा के बीच चल रही जुबानी जंग के बारे में बात करूंगा। हम दोस्त रहे हैं और हाल में हमारे रास्ते अलग हुए। हालांकि, हमें राज्य पर शासन करने के लिए फिर से एक साथ आना चाहिए और समान अवधि के लिए मुख्यमंत्री का पद साझा करना चाहिए। अगर शिवसेना भाजपा के साथ सत्ता साझा करती है, तो सरकार को और अधिक कोष मिल सकता है और राज्य में बेहतर तरीके से विकास हो सकता है।