मणिपुर को लेकर दिल्ली विधानसभा में हंगामा, सीएम केजरीवाल ने कही ये बात

नई दिल्ली। बीते कई महीनों से मणिपुर में हो रही है घटनाओं और हिंसा को लेकर गुरुवार को दिल्ली विधानसभा में खूब हंगामा हुआ। सत्ता पक्ष आम आदमी पार्टी और विपक्षी भाजपा के विधायकों के बीच खूब हो-हल्ला हुआ। कुछ देर बाद मार्शल की सहायता से विधानसभा अध्यक्ष ने चार भाजपा विधायकों को बाहर कर दिया। उसके बाद शेष भाजपा विधायकों ने सदन से वाकआउट किया। दिल्ली विधानसभा से 4 भाजपा विधायकों को मार्शल आउट करने के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया।

विधानसभा में हो रहे हंगामे पर सदन में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भाजपा के विधायक साफ कह रहे हैं कि उनका मणिपुर से कुछ लेना देना नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का साफ संदेश है कि उनका मणिपुर से कुछ लेना देना नहीं है। जब से मणिपुर की घटना घटी, तब से प्रधानमंत्री चुप हैं। मणिपुर में अब तक 6,500 FIR दर्ज़ हुई और 150 से अधिक लोगों की मौत हुई लेकिन प्रधानमंत्री चुप हैं।

दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता और भाजपा विधायक रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि दिल्ली विधानसभा में सिर्फ दिल्ली से जुड़े मुद्दों पर ही चर्चा हो सकती है। संसद में मणिपुर पर चर्चा हो चुकी है। वे चर्चा से भाग रहे हैं। जब हम दिल्ली के मुद्दे उठाते हैं तो वे (आप) हमें बाहर निकाल देते हैं।

वहीं, भाजपा विधायक अभय वर्मा ने कहा कि यह विधानसभा दिल्ली के विषयों की चर्चा के लिए है लेकिन अरविंद केजरीवाल मणिपुर का विषय लेकर आ रहे हैं। दिल्ली की जनता पानी, सीवर लाइन के जाम से त्रस्त है, यमुना नदी गंदी से। दिल्ली से जुड़े कई मुद्दे हैं जिस पर वे (दिल्ली सरकार) चर्चा नहीं कराना चाहती। नीयम 55 के तहत मैं ‘शीश महल’ पर चर्चा कराना चाहता था लेकिन इस पर चर्चा कराना उचित नहीं समझा गया।

दिल्ली भाजपा विधायकों ने दिल्ली विधानसभा परिसर के अंदर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कार्यालय के बाहर दिल्ली सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा विधायक ओ.पी शर्मा ने बताया, “दिल्ली सरकार के हर विभाग में भ्रष्टाचार चर्म सीमा पर है… मणिपुर मुद्दा इस अधिकार क्षेत्र से बाहर है।”