हमें त्योहारों में खुशियां बांटनी हैं, वायरस नहीं, संक्रमण में आ रही है काफी कमी

कोरोना के रोजना मामलों में कमी और टीकाकरण का तेजी से प्रचार प्रसार, भारत के लिए अच्छी बात है। देश में सबसे कमजोर आबादी को कोविड-19 से बचाने के लिए एक उपकरण के तौर पर टीकाकरण अभियान की सर्वोच्च स्तर पर नियमित रूप से समीक्षा और निगरानी की जाती है।

नई दिल्ली। एक ओर त्यौहारी मौसम और दूसरी ओर कोरोना महामारी के दैनिक मामलों में कमी से लोगें को राहत मिली है। शायद यही कारण है कि नवरात्र में पूजा पंडालों में लोगों की काफी भीड़ देखी जा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से दैनिक मामलों की जानकारी दी जाती है। साथ ही देश के स्वास्थ्य विशेषज्ञों जनता को सलाह भी देते हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बीते एक दिन में महज 14,313 नए केस ही मिले हैं। यह आंकड़ा बीते 224 दिनों में सबसे कम है। इससे पता चलता है कि कोरोना से मिली यह राहत कितनी बड़ी है। इसके साथ ही कोरोना से रिकवरी रेट भी 98.04 फीसदी हो गया है, जो मार्च 2020 से अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है। यही नहीं एक्टिव केसों की संख्या में भी बड़ी कमी देखने को मिल रही है।
बता दें कि भारत का कोविड-19 टीकाकरण कवरेज आज 95.82 करोड़ (95,82,64,532) को पार कर गया है। आज शाम 7 बजे तक 59 लाख (59,62,469) से अधिक टीके की खुराक दी गई। आज देर रात तक पूरे दिन के लिए अंतिम रिपोर्ट के संकलन के बाद दैनिक टीकाकरण की संख्या बढ़ सकती है।
इंसान की आम फितरत है कि जब बीमारी आदि जाने को होती है, तो लापरवाह हो जाते हैं। कोरोना के मामले में ऐसा करना कतई उचित नहीं है। यदि आपने लापरवाही की, तो इसका खामियाजा पूरे समाज और देश को भुगतना होगा। केंद्र सरकार फेस्टिवल सीजन में कोरोना वायरस के मामलों को लेकर अलर्ट हो गई है। केंद्र सरकार ने त्योहारी सीजन के दौरान कोविड-19 संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए ’मिशन 100 डे’ के नाम से एक अभियान की शुरुआत की है। ऐसी आशंकाएं हैं कि अक्टूबर में शुरू हुए तीन महीने के फेस्टिवल सीजन में कोरोना महामारी के मामले फिर से बढ़ सकते हैं। केंद्र सरकार ने राज्यों को कोरोना प्रोटोकॉल्स का पालन करते हुए फेस्टिवल मनाने की अपील की है।