चंडीगढ़। चंडीगढ़ में अभी कार्तिक पोपली के मौत का मामला हरेक की जुबान पर है। भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में बंद चंडीगढ़ सेक्टर 11 में एक आईएएस अधिकारी संजय पोपली के बेटे कार्तिक पोपली ने खुद को गोली मार ली। पुलिस आत्महत्या कह रही है, परिजन हत्या बता रहे हैं। संजय पोपली ने आरोप लगाया कि सतर्कता विभाग ने उनके बेटे की हत्या कर दी।
संजय पोपली ने अपने बेटे की मौत के लिए विजिलेंस के DSP अजय कुमार को जिम्मेदार ठहराया। इससे पहले उनकी पत्नी ने भी विजिलेंस पर बेटे की हत्या का आरोप लगाया था। हालांकि, विजिलेंस ने इन आरोपों को नकारते हुए कहा है कि उनकी टीम के पोपली के घर के लौटने के बाद बेटे की मौत हुई।
मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार है। कार्तिक पोपली को जिस पिस्टल से गोली लगी है, उसका लाइसेंस पिता आईएएस संजय पोपली के नाम पर है।
2008 बैच के संजय पोपली भ्रष्टाचार के केस में अभी जेल में हैं। संजय पोपली की पत्नी ने कहा कि पूछताछ के नाम पर मेरे बेटे और परिवार को पुलिस ने खूब परेशान किया। पूरा विजिलेंस ब्यूरो और डीएसपी मुख्यमंत्री के दबाव में हैं।
दूसरी ओर, एसएसपी चहल ने कहा, विजिलेंस टीम पूछताछ के लिए आईएएस संजय पोपली के घर पहुंची थी इस दौरान उन्होंने गोली चलने की आवाज सुनी। जब वो लोग ऊपर पहुंचे तो पता चला कि पोपली के बेटे ने अपने पिता की लाइसेंसी बंदूक से खुद को गोली मार ली उसे अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।