अब कैसे केसे नज़ारे देखने को मिलेंगे

हेमामालिनी ने गेहूं काटते और कंधों पर उठाये हुए उनके साथ फोटो खिंचवाने में देर नहीं की ।

नई दिल्ली। अभी प्रसिद्ध अभिनेत्री हेमामालिनी का एक पुराना फोटो बड़ी तेज़ी से वायरल हो रहा है । यह पिछले लोकसभा चुनाव के समय का फोटो है, जब वे मथुरा से भाजपा प्रत्याशी थीं और प्रचार पर निकली हुई थीं । अचानक राह में गेहूं की फसल काटतीं महिलाओं को देख कर वे उनके पास चली गयीं । महिलाओं ने आग्रह किया कि एक फोटो तो बनती है और हेमामालिनी ने गेहूं काटते और कंधों पर उठाये हुए उनके साथ फोटो खिंचवाने में देर नहीं की । वैसे भी हेमामालिनी तो एक अभिनेत्री थीं हीं, सयम की मांग के मुताबिक पोज देने में माहिर ! यूं ही तो वह लाखों करोड़ों फैन्स की ड्रीम गर्ल नहीं बनीं ! इस बार तो हेमामालिनी को भाजपा ने रेस्ट देकर मथुरा से हरियाणा के मुक्केबाज बिजेन्द्र को वहां से प्रत्याशी बनांने का इरादा किया है और कांग्रेस के प्रत्याशी बनने की बजाय बिजेन्द्र ने भाजपा का प्रत्याशी बनना बेहतर समझा । अब देखने वाली बात यह है कि कहीं बिजेन्द्र से प्रचार के समय मिलने वाले वोटर मुक्केबाजी का प्रदर्शन करने की डिमांड न कर बैठें ! फिर उनके मुक्केबाजी का शिकार कौन बनेगा? इधर हिसार से इनेलो की संभावित प्रत्याशी सुनयना चौटाला ने भी कमाल कर दिखाया, जब वे ट्रैक्टर चला कर प्रचार करने डाबड़ा गांव तक पहुँच गयीं ! एक महिला का हरियाणा में ट्रैक्टर चला़ना वैसे तो कोई हैरानी वाली बात नहीं लेकिन महिला प्रत्याशी का ट्रैक्टर चलाकर गांव‌ जाना हिम्मत की बात ही कही जायेगी । अब सुनयना प्रचार के अगले पड़ाव में भी ट्रैक्टर से ही जायेंगीं या फिर बढ़िया लग्जरी गाड़ियों के काफिले के साथ? यह आने वाले दिनों में स्पष्ट हो जायेगा । वैसे तो ऐसे प्रत्याशी भी हुए हैं, जो विरोध जताने के लिए बैलगाड़ी पर भी सचिवालय तक जाते हैं ! कभी कोई प्रत्याशी किसी नन्हे बच्चे को गोदी में लेकर पोज देता दिख जाता है तो हैरान न होना, यह पीआर का काम है ! मंडी(हिमाचल प्रदेश) से भाजपा प्रत्याशी व प्रसिद्ध अभिनेत्री कंगना रानौत ने धर्मशाला (हिमाचल प्रदेश) में धर्मगुरु दलाई लामा से आशीर्वाद लिया । यह भी जरूरी है भाई ! कभी श्रीमती इंदिरा गाँधी के समय को याद कीजिये जब धीरेंद्र ब्रह्मचारी की तूती बोलती थी और न जाने कितने नेता उनकी शरण में जाते थे और‌ उन्हीं दिनों में राजस्थान मे भी एक बाबा थे, जो मचान के ऊपर खड़े होकर सिर पर पैर मार कर आशीर्वाद दिया करते थे और बड़े बड़े नेताओं के फोटो इसी तरह आशीर्वाद लेते हुए छपे देखे ! क्या दृश्य कि ऊपर से पैर मार कर आशीर्वाद लिया जा रहा है ! वोट के लिए क्या क्या न करते हैं नेता लोग ! किन किन मंदिरों में गुपचुप धार्मिक अनुष्ठान भी रखवाते हैं ! इसी तरह कभी बापू आसाराम से भी नेता आशीर्वाद लेते देखे गये लेकिन जब से वे जेल की हवा खा रहे हैं तब से उनके आशीर्वाद की वैल्यू नहीं रही ! इस तरह आने वाले दिनों में प्रत्याशी और भी नये नये तरीकों से चुनाव प्रचार करते दिखें तो हैरान होने की जरूरत नहीं !