भारत ही नहीं पूरी दुनिया में रेमेडेसिवर, हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वाइन समेत चार दवाओं का मरीजों के उपचार में सबसे ज्यादा उपयोग किया जा रहा है। पर शोध में पाया गया कि ये दवाएं मौत का जोखिम घटाने में बिल्कुल कारगर नहीं हैं।
भारत में लोग रेमेडेसिविर दवाई को जीवन रक्षक मान चुके है और हर किसी को इस दवाई की जरुरत महसूस हो रही | कही न कही लोगो लोगो के मन में कोरोना का डर इतना हावी हो चूका है की लोग अब इससे बचने के लिए कुछ भी करने को तैयार है और इसी का नतीजा है की अब लोग किसी भी कीमत पर वो दवाई लेना छह रहे जो कोरोना से उनकी जान बचा दे |
भारत में महामारी और कही कही पर इस दवाई की चोरी –
इस दवा की बढ़ती मांग के बीच भारत में इसकी भारी कमी की खबरें आ रही हैं हालांकि भारत सरकार ने कहा है कि दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। वहीं, इस दवा के सरकारी अस्पताल से चोरी होने की घटना सामने आयी है । भोपाल के हमीदिया हॉस्पिटल से शनिवार को 853 रेमडेसिविर इंजेक्शन चोरी हो गए। चोरों ने सेंट्रल स्टोर की ग्रिल काट कर इंजेक्शन चुरा लिए। इस घटना की जांच जारी है।