नई दिल्ली। भारत सरकार ने कौशल विकास और उद्यमिता के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय ने घोषणा की है कि देश के कुल 33 राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थानों (NSTIs) में से 19 संस्थान विशेष रूप से महिलाओं के लिए समर्पित होंगे। यह पहल महिलाओं को पेशेवर कौशल प्राप्त करने और स्वावलंबी बनने के अवसर प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री ने इस घोषणा के दौरान कहा कि यह निर्णय महिलाओं को रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करने और उनकी आर्थिक भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि इन विशेष संस्थानों में महिलाएं आधुनिक कौशल प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगी, जो उन्हें विभिन्न उद्योगों में प्रतिस्पर्धी बनाएगा।
ये 19 विशेष NSTIs महिलाओं के लिए न केवल तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करेंगे, बल्कि उद्यमिता कौशल, नेतृत्व विकास, और व्यवसाय प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर भी ध्यान केंद्रित करेंगे। इसका उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें समाज के विभिन्न क्षेत्रों में सशक्त बनाना है।
इन संस्थानों में अत्याधुनिक प्रशिक्षण सुविधाएँ और उच्च गुणवत्ता वाले शिक्षण कार्यक्रम उपलब्ध होंगे। इसके अलावा, महिला प्रशिक्षार्थियों को उद्योग विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन और करियर काउंसलिंग भी प्रदान की जाएगी, ताकि वे अपने कौशल का सर्वोत्तम उपयोग कर सकें और नौकरी की दुनिया में सफलता प्राप्त कर सकें।
मंत्रालय के अनुसार, यह पहल महिलाओं के कौशल विकास को प्रोत्साहित करेगी और उन्हें रोजगार की संभावनाओं को खोलने में मदद करेगी। सरकार की यह योजना महिलाओं को विशेष रूप से उन क्षेत्रों में प्रशिक्षण देने के लिए तैयार की गई है, जहां उन्हें पहले कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है।
इस नई पहल के तहत, महिला प्रशिक्षार्थियों को एक समृद्ध और सशक्त भविष्य की दिशा में एक मजबूत नींव प्रदान की जाएगी। यह कदम न केवल महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है, बल्कि समग्र समाज के लिए एक सकारात्मक बदलाव का संकेत भी है।