Yass : तूफान से पहले गांव को कराया जा रहा है खाली, प्रशासन है सतर्क

एनडीआरएफ के साथ साथ सेना, नौसेना और वायु सेना तीनों ने पूरी तैयारी कर ली है। कई टीमें तैनात की हैं। तूफान के अलर्ट को देखते हुए रेलवे ने 24 से 29 मई तक 25 ट्रेनें रद्द कर दी हैं।

भुवनेश्वर। यास (Yaas) तूफान के कारण संभावित प्रभावित राज्यों को सतर्क कर दिया गया है। भारतीय मौसम विभाग द्वारा पूर्व में दी गई सूचना के आधार पर प्रशासन तटवर्ती गांवों को खाली करा रहा है। ओडिशा में बालासोर जिले के चांदीपुर में जिला प्रशासन मरीन पुलिस के साथ मिलकर मछुआरों के गांवों को खाली करा रहा है और लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेज रहा है।

जिला प्रशासन की ओर से कहा गया है कि हम सभी लोगों को दोपहर तक स्कूल और कॉलेज में बनाए गए अस्थायी आश्रय केंद्रों में शिफ्ट कर देंगे। वहां सभी के लिए खाने- पीने का इंतजाम किया गया है। वहां कोविड गाइडलाइन (COVID19 Guideline) के हिसाब से व्यवस्था की गई है। लोगों से अपील है कि नजदीक के सुरक्षित घरों में पहुंच जाएं।

बता दें कि चक्रवात यास (Cyclone Yaas) की वजह से भुवनेश्वर में बारिश हो रही है। चक्रवात यास के मद्देनजर पश्चिम बंगाल में एनडीआरएफ (NDRF) की 10 और टीमें तैनात की गईं। राज्य में कुल 45 टीमें तैनात हैं। तूफान से सबसे ज्यादा नुकसान पश्चिम बंगाल और ओडिशा में हो सकता है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक इन राज्यों में 185 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं और तेज बारिश हो सकती है।

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने कहा कि चक्रवाती तूफान यास के बहुत तीव्र चक्रवाती तूफान की तरह 26 मई की दोपहर उत्तर ओडिशा-पश्चिम बंगाल तटों को बालासोर के आसपास पारादीप और सागर द्वीप के बीच पार करने की बहुत संभावना है। मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि इसे हलके में नहीं लिया जाना चाहिए क्योंकि यह एक भीषण तूफान में बदल सकता है और बड़ी तबाही मचा सकता है। बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) से उठा यह चक्रवाती तूफान यास पश्चिम बंगाल और ओड़िशा की तरफ आगे बढ़ रहा है। 26 मई की शाम तक इसके उत्तरी ओड़िशा के पारादीप और पश्चिम बंगाल के सागर आइलैंड से टकराने की संभावना है।