2024 वर्ल्‍ड स्किल प्रतियोगिता जीतने के लिए गौहर बिलाल को सेंट-गोबेन जिप्रोक इंडिया का सपोर्ट

 

नई दिल्ली। निर्माण उद्योग के भविष्य को आकार देने की अपनी निरंतर प्रतिबद्धता के हिस्से के रूप में, भारत के युवाओं को कौशल प्रदान करना जिप्रोक इंडिया के मिशन में सबसे आगे है। स्किल इंडिया पहल के प्रति अपने समर्पण के हिस्से के रूप में, जिप्रोक इंडिया कश्मीर के बारामूला के एक प्रतिभाशाली युवा पेशेवर गौहर बिलाल को स्‍पोंसर करने के लिए रोमांचित है, जो फ्रांस के ल्योन में 2024 वर्ल्‍ड स्किल प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। स्किल इंडिया पहल के हिस्से के रूप में, सेंट-गोबेन जिप्रोक इंडिया निर्माण क्षेत्र में कौशल विकास के माहौल को बदलने के लिए समर्पित है। सरकारी निकायों और उद्योग जगत के लीडरों के साथ साझेदारी करते हुए, जिप्रोक इंडिया प्रतिभाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करने और उज्जवल भविष्य के लिए अवसर पैदा करने के प्रयासों में सबसे आगे रही है।

 

2013 में अपनी स्थापना के बाद से, जिप्रोक जिप्सम अकादमी ने ड्राईवॉल और प्लास्टरिंग क्षेत्रों में कौशल विकास को लगातार आगे बढ़ाया है। अकादमी ने 1,800 से अधिक उम्मीदवारों को प्रशिक्षित किया है, भारत में 1,400 से अधिक और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 25 से अधिक प्लेसमेंट की सुविधा प्रदान की है, और 52 व्यक्तियों को उद्यमी बनने के लिए सशक्त बनाया है। कश्मीर के बारामूला के एक छोटे से शहर से, गौहर की महत्वाकांक्षा ने उन्हें अनंतनाग के सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज में सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई से जिप्रोक की अकादमी में एक परिवर्तनकारी अनुभव तक पहुँचाया। वर्ल्ड स्किल्स प्रोग्राम से उनका परिचय एक महत्वपूर्ण मोड़ था, जिसने उनके लिए असाधारण प्रशिक्षण और अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शन के द्वार खोले।

 

महाराष्ट्र के वाडा में जिप्रोक अकादमी में गौहर के प्रशिक्षण में चुस्‍ती-फुर्ती, ताकत, फीनिशिंग, माप और तेजी से सोचने पर ध्यान केंद्रित करने वाला 9 महीने का कठोर कार्यक्रम शामिल था। रहने के लिए जगह, पोषण और स्वास्थ्य देखभाल सहित जिप्रोक द्वारा प्रदान किए गए हर प्रकार के समर्थन ने उनके कौशल और सेहत को और बेहतर किया है। अपने अनुभव पर बात करते हुए, गौहर कहते हैं, “जिप्रोक ने न केवल मुझे तकनीकी कौशल से लैस किया है, बल्कि मुझे अपने सपनों को आगे बढ़ाने का आत्मविश्वास भी दिया है। मैं जम्मू और कश्मीर में अपने समुदाय के लिए आधुनिक निर्माण तकनीकों को लाने और दूसरों को अपने जुनून का पीछा करने के लिए प्रेरित करने के लिए दृढ़ संकल्प हूं।”

 

जिप्रोक बिजनेस के प्रबंध निदेशक सुदीप कोल्टे ने इस पहल के लिए अपनी बात रखते हुए कहा, “हमें गौहर बिलाल का समर्थन करते हुए बेहद गर्व महसूस हो रहा है क्योंकि वह इस असाधारण यात्रा पर निकल पड़े हैं। उनका समर्पण और जुनून उन मूल्यों का उदाहरण है जो जिप्रोक इंडिया में हमारे लिए प्रिय हैं। यह स्‍पोंसरशिप न केवल विश्व स्तरीय प्रतिभाओं को विकसित करने के लिए हमारी प्रतिबद्धता को उजागर करता है, बल्कि वैश्विक मानकों को आगे बढ़ाने के लिए स्थानीय प्रतिभाओं की शक्ति में हमारे विश्वास को भी दर्शाता है। गौहर की यह यात्रा इस बात का एक प्रेरक प्रमाण है कि जब प्रतिभा को सही संसाधनों और समर्थन के साथ पोषित किया जाता है, तो क्या हासिल किया जा सकता है, और हम उनके पीछे खड़े होकर रोमांचित हैं क्योंकि वह विश्व मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।