इफको-टोकियो की 25वीं वर्षगांठ: आईआरडीएआई के ‘2047 तक सबका बीमा’ विजन के प्रति संकल्प को दोहराया

गुरुग्राम। इफको-टोकियो जनरल इंश्योरेंस अपनी रजत जयंती मना रही है। इस अवसर पर कंपनी ने 25 वर्षों की मजबूत धरोहर और ग्राहक-केंद्रित समाधान की परंपरा के साथ भारतीय बीमा विनियामक एवं विकास प्राधिकरण (आईआरडीएआई) के वर्ष 2047 तक भारत के सभी नागरिकों को बीमित करने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य की प्राप्ति में योगदान देने के संकल्प को दोहराया।
वर्ष 2000 में इफको और टोकियो मरीन समूह के बीच साझा उपक्रम के रूप में स्थापित कंपनी का यात्रा प्रत्येक व्यक्ति, परिवार और व्यवसाय तक बीमा पहुंचाने के प्रति समर्पण का प्रतीक रही है।
ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण के साथ इफको-टोकियो ने 2000 में अपनी स्थापना से लेकर अब तक एक अग्रणी खिलाड़ी के रूप में अपनी पहचान बनाई है। महज 6 करोड़ रुपये की जीडब्यूपी से शुरू होकर, आज कंपनी ग्रामीण क्षेत्रों और छोटे कस्बों तक फैली हुई है, और 2024 में 10,000 करोड़ रुपये की जीडब्यूपी हासिल कर चुकी है। इसके पास 34,000 से अधिक एजेंटों का विशाल नेटवर्क है, जो प्रत्येक ग्राहक को उत्कृष्ट सेवा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर बोलते हुए, कंपनी के प्रबंध निदेशक और सीईओ श्री सुब्रता मोंडल ने कहा, “हमारी 25वीं वर्षगांठ पर हम आईआरडीएआई के ‘2047 तक सबका बीमा’ विजन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं। इन वर्षों में हमने विश्वास और नवाचार की एक मजबूत नींव बनाई है, और प्रत्येक व्यक्ति, घर-परिवार और व्यवसाय तक बीमा पहुंचाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहे हैं। अपने कर्मचारियों, साझेदारों और ग्राहकों के साथ मिलकर हम एक समावेशी और सुरक्षित भविष्य की दिशा में काम कर रहे हैं।”
कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी पर चर्चा करते हुए श्री मोंडल ने कहा कि आईआरडीएआई के लक्ष्यों के अनुरूप, इफको-टोकियो की सीएसआर पहलों का उद्देश्य ग्रामीण युवाओं को शिक्षा और कौशल विकास के माध्यम से सशक्त करना, पिछड़े क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना और एक हरित भविष्य के लिए टिकाऊ अभ्यासों को बढ़ावा देना है।
उन्होंने आगे कहा कि 2000 में 34 कर्मचारियों से शुरू होकर, 2024 में 4700 कर्मचारियों तक का सफर कंपनी की समावेशी संस्कृति का प्रतीक है। कंपनी महिलाओं को बीमा क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए सशक्त बनाती है, जो लैंगिक विविधता और समानता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का परिचायक है।
कंपनी ने ग्रामीण भारत में मजबूत पैठ बनाई है और आईआरडीएआई के ‘बीमा वाहक’ और ‘बीमा विस्तार’ पहलों के अनुरूप, इफको-टोकियो ने समाज के अल्प-सेवित वर्गों तक किफायती बीमा पहुंचाया है। पैकेज पॉलिसी, स्वास्थ्य और मोटर के लघुबीमा (माइक्रोइंश्योरेंस) वितरण के लिए कंपनी ने सहकारी संगठनों से साझेदारी की है।
गुरुग्राम स्थित इस बीमा कंपनी ने 5000 से अधिक महिला एजेंटों को प्रशिक्षित कर वित्तीय समावेशन और सामाजिक विश्वास को मजबूत किया है।
अपनी अद्वितीय यात्रा के दौरान, इफको-टोकियो जीआईसी को अनगिनत पुरस्कार मिले हैं। हाल ही में, कंपनी को ’14वें ईलेट्स हेल्थकेयर इनोवेशन समिट एंड अवार्ड्स 2024′ में ‘हेल्थकेयर इंश्योरेंस कंपनी’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके अलावा, कंपनी के एमडी और सीईओ श्री सुब्रता मोंडल को ‘विजनरी हेल्थकेयर लीडर’ पुरस्कार, ‘एआई के इनोवेटिव उपयोग’ श्रेणी में ‘5वें वार्षिक बीएफएसआई टेक्नोलॉजी एक्सीलेंस अवार्ड 2024’, और ‘स्मार्ट सिस्को’ श्रेणी में ’13वें इंफोसेक मेस्ट्रोज (CISO) अवार्ड 2024′ से भी सम्मानित किया गया है।