केंद्रीय मंत्रिमंडल से पहले 8 नए राज्यों को मिले नए राज्यपाल

राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी किए गए आदेश के मुताबिक 8 राज्यों को नए राज्यपाल मिले हैं। अब तय माना जा रहा है कि जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे। इसके लिए संगठन और सरकार के बीच संवाद जारी है।

नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्रिमंडल में विस्तार किया जाना है। इसको लेकर सियासी गुणा भाग लगाया जा रहा है। भाजपा और संघ के बीच बातचीत हो चुकी है। संभावित मंत्रियों के नाम तय किए जा चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से अंतिम निर्णय लिया जाना है। इस बीच मंगलवार को 8 राज्यों में नए राज्यपाल बनाए हैं। इसमें सबसे चर्चित नाम थावरचंद गहलोत का है, जिन्हें कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।

असल में, थावरचंद गहलोत मोदी मंत्रिमंडल में केंद्रीय मंत्री के पद पर हैं। जब उन्हें राज्यपाल नियुक्त किया गया है, तो इसका मतलब है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार जल्द से जल्द किया जाएगा। उनको मंत्रीमंडल से बाहर भेजने के बाद ये तय हो गया है कि मध्य प्रदेश से ज्योतिरादित्य सिंधिया को कैबिनेट में शामिल किया जाएगा। अब तक औपचारिक तौर पर कैबिनेट विस्तार या फिर फेरबदल को लेकर आधिकारिक तौर पर कोई बात नहीं की गई है। लेकिन थावरचंद गहलोत को मंत्री पद से हटाने से साफ है कि सरकार फेरबदल और विस्तार की तैयारी में है।

मंगलवार को राष्ट्पति भवन सचिवालय की ओर से जानकारी साझा की गई है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल की अनुशंसा पर महामहिम रामनाथ कोविंद ने 8 नए राज्यपाल को नियुक्त किया है। मध्य प्रदेश से केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत को कर्नाटक का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है। थावरचंद गहलोत कर्नाटक में वाजूभाई वाला की जगह पद्भार संभालेंगे। कर्नाटक के अलावा मध्य प्रदेश, हरियाणा, त्रिपुरा, झारखंड और गोवा समेत 8 प्रदेशों के राज्यपाल बदले गए हैं।

हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्या थे, अब उनकी जगह बंडारू दत्तात्रेय को हरियाणा का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। बंडारू दत्तात्रेय अभी तक हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल थे। रमेश बैंस को झारखंड, मंगूभाई छगनभाई को मध्य प्रदेश और सत्यदेव नारायण को त्रिपुरा का गवर्नर बनाया गया है।