नई दिल्ली। दिल्ली में छठ को लेकर श्रेय लेने की होड़ लगी हुई है। भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच इसके लिए रस्साकशी जारी है। इसी बीच दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने केजरीवाल सरकार पर हमला बोला है। पूर्वाचंल के लोगों के महापर्व छठ को यमुना घाटों पर अवरोध लगा कर सत्ताधारी भाजपा और आम आदमी पार्टी की सरकारें दिल्लीवासियों को भ्रमित करने की राजनीति कर रही है, जबकि अरविन्द केजरीवाल के गैर जिम्मेदाराना रवैये के कारण श्रद्धालुओं को यमुना के अमोनियां ग्रसित जहरीलें पानी में छठ पूजा की रस्म अदा करने को मजबूर होना पड़ रहा है।
कांग्रेस की सरकार की भांति यदि केजरीवाल सरकार समय रहते छठ वर्तियों जिनमें विशेषकर पूर्वाचंलवासी अधिक है, उनके लिए सुविधाऐं मुहैया कराकर यमुना घाटों पर छठ पर्व मनाने की इजाजत दे देती तो आज पूर्वाचंल के लोगों के सामने छठ महापर्व के लिए असमंजस की स्थिति नही होती।
एक सवाल के जवाब में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल ने चुनावी घोषणा पत्र में यमुना को साफ करने का वायदा किया था, कि हम यमुना के पानी की सफाई करके उसे गंगाजल की तरह पीने का पानी के बराबर बना देंगे। जबकि यमुना सफाई के नाम हजारों करोड़ रुपये खर्च करने के बावजूद भी आम आदमी पार्टी की केजरीवाल सरकार ने यमुना सफाई पर केवल औपचारिकताओं की भूमिका ही निभाई, जिस पर भाजपा शासित दिल्ली नगर निगम अपनी जिम्मेदारी निभाने की बजाय कोरी राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि आज यमुना का पानी जहरीला और प्रदूषित है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा हरियाणा सरकार को छठ पर पानी छोड़ने के लिए समय रहते पत्र लिखना चाहिए था, जो समय रहते मुख्यमंत्री केजरीवाल ने सकारात्मक कदम नही उठाया।