नई दिल्ली। सिख धर्म के प्रवर्तक गुरु नानक देव की आज 552वीं जयंती है। इस अवसर पर देश-दुनिया के तमाम गुरुद्वारों में विशेष अरदास की जा रही है। काफी संख्या में श्रद्धालु गुरुद्वारे में पहुंच रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित देश के कई केंद्रीय नेताओं ने देशवासियों और सिख धर्म के अनुयायियों को अपनी शुभकामनाएं दी हैं।
गुरु नानक जयंती दुनिया भर में सिख समुदाय के पवित्र त्योहारों में से एक है। हर साल यह त्योहार बड़ी भक्ति और उत्साह के साथ मनाया जाता है। 1469 में, उनका जन्म लाहौर (आधुनिक पाकिस्तान) के पास राय भोई की तलवंडी (अब ननकाना साहिब के नाम से जाना जाता है) में हुआ था।
पंजाब: गुरू नानक देव की जयंती के अवसर पर अमृतसर में श्रद्धालुओं ने स्वर्ण मंदिर में स्थित सरोवर में डुबकी लगाई। #GuruNanakJayanti pic.twitter.com/rIooyGgjqi
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 19, 2021
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संदेश में गुरूनानक देव जी के बताए गए रास्तों पर चलने को कहा है। आज गुरु नानक जी का प्रकाश पर्व है। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिंचाई परियोजनाओं का लोकार्पण करने उत्तर प्रदेश के महोबा जाएंगे। फिर शाम को वे झांसी में राष्ट्र रक्षा समर्पण पर्व में सम्मिलित होंगे।
On the special occasion of the Parkash Purab of Sri Guru Nanak Dev Ji, I recall his pious thoughts and noble ideals. His vision of a just, compassionate and inclusive society inspires us. Sri Guru Nanak Dev Ji’s emphasis on serving others is also very motivating.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 19, 2021
समारोह के वास्तविक दिन से पहले औपचारिक अनुष्ठानों की एक श्रृंखला शुरू होती है। पहले दिन अखंड पाठ होता है। यह गुरु नानक जयंती से दो दिन पहले गुरुद्वारों और घरों में सिख गुरु ग्रंथ साहिब के 48 घंटे के निर्बाध पठन को संदर्भित करता है। इस अवसर को चिह्नित करने के लिए गुरुद्वारों को फूलों और रोशनी से भी सजाया जाता है।