नई दिल्ली। सीडीएस जनरल बिपिन रावत के आकस्मिक निधन के बाद सरकार के लिए सबसे बड़ा सवाल यही है कि देश का अगला सीडीएस किसे बनाया जाए ? इसको लेकर जनता के मन में कई सवाल हैं, तो केंद्र सरकार भी इस पर तेजी से विचार कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कैबिनेट की सुरक्षा समिति की बैठक हो चुकी है। बताया जा रहा है कि अभी तक के नियमों और परिस्थितियों के अनुसार, भारतीय थल सेना के प्रमुख जनरल एम एम नरवणे को इस पद पर बिठाया जा सकता है।
असल में,तीनों प्रमुखों में सबसे वरिष्ठ पदभार संभालेंगे। और जैसा कि प्रतीत होता है, कि भारतीय सेना प्रमुख, जनरल एम एम नरवणे तीन सेवा प्रमुखों में सबसे वरिष्ठ हैं। भारतीय वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी और नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार उनसे लगभग 2 साल जूनियर हैं। शेखतकर समिति की एक सिफारिश के अनुसार, सरकार को तीनों सेना प्रमुखों में से ही सीडीएस का चयन करना चाहिए। इसका मतलब यह होगा कि जनरल नरवणे इस पद के लिए सबसे आगे होंगे। जनरल नरवणे अगले साल अप्रैल में रिटायर्ड होने वाले हैं। अगर उन्हें अगले सीडीएस के रूप में नामित किया जाता है, तो सेना प्रमुख का पद खाली हो जाएगा। इसका मतलब यह होगा कि सरकार को एक नया थल सेना प्रमुख नियुक्त करना होगा।
बता दें कि सीडीएस की नियुक्ति करना सरकार का विशेषाधिकार है। यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि, भारत सरकार ने 31 दिसंबर 2016 को जनरल रावत को भारतीय सेना प्रमुख के रूप में नियुक्त करने के लिए लेफ्टिनेंट जनरल प्रवीण बख्शी को हटा दिया था। सरकार ने जम्मू और कश्मीर और पूर्वोत्तर में जनरल रावत के अनुभव को देखते हुए ये फैसला लिया था। ऐसे में इस वक्त जनरल नरवणे के नाम का कयास जरूर लगाए जा रहे हैं, लेकिन आखिरी फैसला भारत सरकार को लेना है।