गुवाहाटी। हर साल की तरह इस बार भी असम में बाढ़ से लोगों का जीना मुहाल हो रहा है। नगांव में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। उदयादित्य गोगोई (जिला विकास आयुक्त) ने बताया, “ब्रह्मपुत्र नदी के किनारे स्थित कुछ गांव जलमग्न हो गए हैं,कुल 2.41 लाख जनसंख्या इससे प्रभावित हुई है और 5,174 हेक्टेयर फसल क्षेत्र प्रभावित हुए हैं। हमने 30 रिलीफ कैंप खोले हैं। हम कैंप में सभी राहत की चीज़ें उपलब्ध करा रहे हैं। हम जरूरतमंद जगहों पर लगातार बचाव अभियान चला रहे हैं।
बाढ़ की मौजूदा स्थिति के मद्देनजर और तैयारियों की समीक्षा करने के लिए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा आज सुबह 9:30 बजे से अपने कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कैबिनेट मंत्रियों, ज़िलाधिकारियों और सिविल SDOs से जुड़ेंगे। राज्य के 28 जिलों के 2,930 गांवों में इससे 18.95 लाख लोग प्रभावित हुए है। इस साल अब तक बाढ़ और भूस्खलन के कारण राज्य में 55 लोगों की मौत हो चुकी है।
बाढ़ को लेकर राज्य सरकार की ओर से कई प्रकार के राहत व बचाव कार्य किए जा रहे हैं। कई केंद्रीय एजेंसियों को भी इस काम में लगाया गया है। मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वासरमा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझे असम की बाढ़ की स्थिति के बारे में जानकारी लेने के लिए फोन किया था। सरमा ने ट्वीट किया, उनके आश्वासन और उदारता के लिए कृतज्ञ हूं। इस प्राकृतिक आपदा के कारण लोगों को हो रही कठिनाई पर उन्होंने चिंता व्यक्त की और पीएम ने राज्य को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है।