आठवें साल में योग दिवस दिख रहा है योग उत्सव की तरह

आठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (आईडीवाई-2022) के 100 दिन काउंटडाउन का यह अभियान बीमारी, तनाव और अवसाद से मुक्त होने की यात्रा है और इसमें सभी लोगों को शामिल होना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में संयुक्त राष्ट्र संगठन से योग को लेकर जो यात्रा शुरू की थी, वह अब विश्व के प्रत्येक देश के कोने-कोने में पहुंच गई है। जीवन शैली आज दुनिया की सबसे बड़ी जरूरत है और योग ने विश्व में इसकी राह दिखायी है। योग भारत की सांस्कृतिक विरासत है।

नई दिल्ली। पूरी दुनिया आज स्वस्थ्य रहना चाहती है। तन और मन से। कोरोना ने पूरी मानवता को झकझोर दिया है। हमारी परंपरा रही है सबको साथ लेकर चलने की। भारत ज्ञान की भूमि रही है। वसुधैव कुटुम्बकम् और सभी के सुख और निरोग की कामना हमारा जीवनमूल्य है। उन्हीं मूल्यों को आत्मसात करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने संयुक्त राष्ट् से अनुरोध किया और हमें बेहद खुशी है कि बीते कई वर्षों से 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।

बीते 2 सालों से कोविड-19 के संक्रमण के कारण अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस नहीं मनाया जा रहा था। इस बार केंद्र सरकार की ओर से 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस भव्य रूप से मनाया जाएगा। आजादी के 75 वे अमृत महोत्सव पर 75 स्थानों पर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया जाएगा। योग दिवस के उपलक्ष्य में 25 करोड़ लोगों को जोड़ने का लक्ष्य साधा गया है। इसके लिए 13 मार्च को 100 दिन का काउंटडाउन शुरू किया गया था।

इस समय पूरे विश्व को स्वास्थ्य और पर्यावरण का ध्यान रखने की जरूरत है। इसके लिए योग से बढ़कर कोई दूसरा उपाय नहीं है। कोरोना काल में सबने महसूस किया है कि मानसिक संतुलन से बढ़कर और कुछ नहीं है और योग जीवन में संतुलन स्थापित करता है। आजकल पूरी दुनिया में योग साधना से लाखों व्‍यक्तियों को लाभ हो रहा है, जिसे प्राचीन काल से लेकर आजतक योग के महान आचार्यों द्वारा परिरक्षित किया गया है। योग साधना का हर दिन विकास हो रहा है तथा यह अधिक जीवंत होती जा रही है।सभी प्रकार की योग साधना को सार्थक जीवन एवं जीवन-यापन के लिए रामबाण माना जाता है। व्‍यापक स्‍वास्‍थ्‍य, सामाजिक एवं व्‍यक्तिगत दोनों, के लिए इसका प्रबोधन सभी धर्मों, नस्‍लों एवं राष्‍ट्रीयताओं के लोगों के लिए इसके अभ्‍यास को उपयोगी बनाता है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, 21 जून, 2022 को मैसूर पैलेस ग्राउंड से माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2022 समारोह का नेतृत्व करेंगे। इस कार्यक्रम में कर्नाटक के माननीय मुख्यमंत्री श्री बसवराज बोम्मई भी उपस्थित रहेंगे। इस आयोजन में लगभग पंद्रह हजार लोग योग करेंगे। आजादी का अमृत महोत्सव के वर्ष में, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस देश में लगभग 75 प्रतिष्ठित स्थानों पर मनाया जाएगा। यह दिन नए ’गार्जियन रिंग’ कार्यक्रम का भी गवाह बनेगा, जो विदेशों में भारतीय मिशनों द्वारा आयोजित किए जा रहे सभी कार्यक्रमों की स्ट्रीमिंग को देखेगा। यह दुनिया के पूर्वी हिस्से से शुरू होकर और पश्चिम की ओर जाने के साथ-साथ 16 बार सूर्य की गति के साथ होगा। अद्वितीय ’रिले’ कार्यक्रम में लगभग 80 देश भाग लेंगे। लाइव स्ट्रीमिंग भारतीय समयानुसार 21 जून, 2022 को सुबह 3 बजे से शुरू होकर रात 10 बजे तक चलेगी। इस कार्यक्रम का डीडी इंडिया पर सीधा प्रसारण किया जाएगा।