Kerla Assembly Election 2021 : हो गया सीटों का बंटवारा, आज हो सकती है उम्मीदवारों की घोषणा

ईसाइयों का झुकाव भाजपा की ओर हुआ है, यह केरल की राजनीति के लिए बहुत बडा बदलाव है। अब तक ईसाई और मुस्लिम कम्युनिस्ट नहीं तो कांग्रेस के साथ ही जाते थे। केरल में ईसाई वोटरों की संख्या 18 फीसदी से कुछ ज्यादा है और इन्हें परंपरागत रूप से कांग्रेस समर्थक माना जाता है।

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (BJP) हरेक विधानसभा चुनाव को लेकर गंभीर मंत्रणा कर रही है। सीटों के बंटवारों से लेकर उम्मीदवारों के चयन तक में बारीकी से अध्ययन यिका जा रहा है। भाजपा सूत्रों का कहना है कि रविवार को दोपहर बाद कभी चुनाव समिति की ओर से केरल (Kerla) में उम्मीदवारों की घोषणा हो सकती है।

स्वयं केरल भाजपा के प्रदेश सुरेंद्रन (Surendran) की ओर से कहा गया कि केरल विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा 115 सीटों पर अपना उम्मीदवार उतारेगी। सहयोगियों के लिए वह 25 सीटें रखेंगी।

पार्टी सूत्रों का कहना है कि जिस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष व केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) केरल विधानसभा चुनाव (Kerla Assembly Election 2021) को लेकर स्वयं बेहद दिलचस्पी ले रहे हैं। जब से ई श्रीधरन ने भाजपा का दामन थामा है, उनका जोश हाई लेवल पर है। उन्हें लगता है कि श्रीधरन की छवि से पार्टी को लाभ होगा।

जिस प्रकार से हाल ही में एक सूचना आई कि ईसाइयों का झुकाव भाजपा की ओर हुआ है, यह केरल की राजनीति के लिए बहुत बडा बदलाव है। अब तक ईसाई और मुस्लिम कम्युनिस्ट नहीं तो कांग्रेस के साथ ही जाते थे। केरल में ईसाई वोटरों की संख्या 18 फीसदी से कुछ ज्यादा है और इन्हें परंपरागत रूप से कांग्रेस समर्थक माना जाता है। चार जिलों-एर्नाकुलम, कोट्टायम, इडुकी और पाठनमठित्ता में विधानसभा की 33 सीटें हैं, जहां ईसाई निर्णायक भूमिका में हैं। पादरियों की सभा में यह तय हो चुका है कि अगर बीजेपी हमारे हितों की रक्षा का वादा करती है, तो हम उसे खुलकर समर्थन देंगे।

बता दें कि केरल विधानसभा (Kerla Assembly) में 140 सीटें हैं, जिसमें बहुमत के लिए 71 सीटों की जरूरत होती है। 2016 के चुनाव में LDF के खाते में 91 सीट आई थी, जबकि UDF ने 43 सीटों पर कब्जा जमाया। वहीं बीजेपी का प्रदर्शन सबसे खराब था, जहां उसके खाते में सिर्फ एक ही सीट आई।