तीनपहाड़ थाना क्षेत्र के बड़ा दुर्गापुर गाँव मे सोमवार की सुबह कथित रूप से दो लोगो (जितेंन साह,एवं अन्य एक साथी) को आदिवासी गाँव वालों के द्वारा बंधक बना ली गयी।जिसकी सूचना पाते ही तीनपहाड़ थाना प्रभारी धीरज कुमार सिंह,पीएसआई उमेश चन्द्र महतो, एएसआई बीरबल यादव सहस्त्र बल के साथ मौके पर पहुँच अपनी सूझ बूझ से घन्टो वार्ता कर उग्र ग्रामीणों को समझा कर बंधक युवकों को मुक्त करवा थाने ले आई।
वही उग्र आदिवासी ग्रामीणों ने बताया कि इस रास्ते पर प्रतिदिन 60 से 70 अवैध बालू से लदे ट्रेक्टर गुजरते है।जो प्रत्येक रात्रि के दो बजे से चलना शुरू हो जाते है।उन सभी ट्रैक्टरों से प्रत्येक दिन जितेंन साहा,एवं थाना के गाड़ी का निजी ड्राइवर का दोनो बेटा 450 रुपये प्रति गाड़ी वसूली करता है।जो तीन वर्षों से लगातार जारी है। जिस पर गाँव के प्रधान सहित अन्य लोगो ने इस अवैध वसूली का विरोध कर दिया।अवैध उगाही में विरोध होता देख उगाही करने वाले लोगो ने उल्टे थाने में जाकर अनुमानित 8 से 10 लोगो के उपर रंगदारी का मामला दर्ज करवा दिया।जिसमे हमारे गाँव के प्रधान का भी नाम शामिल था।हम सबो ने उससे इस संदर्भ में बात की तो बोला जहाँ जाना है जाओ ज्यादा बोलोगे तो अभी पुलिस को फोन करेगे तो तुम सब को पकड़ा देंगे।जिसके बाद ही हम सभी ने गाँव मे ही बैठक कर उससे पकड़ने का निर्णय लिया।जिसके बाद सोमवार को उसे अवैध वसूली करते हुए पकड़ा एवं पकड़ कर गाँव लाए।
आदिवासीयो के द्वारा आवाज उठाने पर निजी ड्राइवर केश में फसाने की देता है धमकी
अब सवाल ये उठता है कि तीनपहाड़ थाना क्षेत्र में तीन वर्षों से लगातार अवैध उगाही का ये पैसा जाता कहा है एवं एक थाना गाड़ी के निजी ड्राइवर के संरक्षण में ये लाखो रुपये की अवैध उगाही जो वर्षो से जारी है।उस पर विराम क्यों नही लग पाई वही ग्रामीणों ने बताया कि हम आदिवासी युवकों के द्वारा विरोध करने गाड़ी ड्राइवर किसी भी केश में फसाने की धमकी खुले आम देता आ रहा है।
स्थानीय प्रशासन की गाड़ी का निजी ड्राइवर के संरक्षण में चल रही है अवैध वसूली
वही बडा दूर्गा पुर गाँव के आदिवासीयो ने बताया कि अवैध वसूली करवाने वाला तीनपहाड़ थाना का गाड़ी चलाता है औऱ उसका दो बेटा है जो ये सब पैसा उठता है।कोई अवैध रूपी कार्य मे बाधा न डाले इस वजह से गाड़ी ड्राइवर ने अपने बेटे के मोटरसाइकिल में प्रेस लिखवा कर दिया है ताकि प्रशासन एवं अन्य किसी के नजरो से बचा जा सके। एवं विश्वस्त सूत्रों की माने तो थाना गाड़ी का ड्राइवर जब से थाना का गाड़ी चला रहा है तब से अकूत सम्पत्ति का मालिक भी बन चुका है।
बालू ट्रेक्टर से अवैध वसूली या कुछ और भी है अवैध वसूली वाले धंधे ?
बालू ट्रक्टरों से अवैध वसूली हो हल्ला के बाद सामने आ तो गयी।पर क्या ओर भी अन्य धंधे है जिसकी भनक प्रशासन को नही या निजी ड्राइवर के साथ थाने का कोई और कर्मचारि इस मे मिला तो नही ? जिसकी भनक थाना प्रभारी तक को नही लग पाई हो।और तो और न जाने कितनी ऐसी अवैध रूपी कार्य होगी जो निजी ड्राइवर के शह पर खुलेआम प्रशासन के नाक के नीचे अंजाम देते आ रहे है और प्रशासनिक अधिकारियों को खबर तक नही आश्चर्य है।
क्या कहते है थाना प्रभारी धीरज कुमार सिंह-
इस दौरान थाना प्रभारी ने कहा कि तीनपहाड़ थाना प्रभारी का पदभार ग्रहण किये हुए मुझे मात्र दो से तीन दिन हुए है और इस विषय मे मुझे कोई जानकारी नही है लेकिन आदिवासी भाइयों की बातों के बाद अवैध उगाही पर अंकुश लगा दी है।एवं इस तरह की भविष्य में दोबारा कोई भी घटना होती है तो दोषियों को बख्शा नही जाएगा।।।
अवैध बालू गाड़ी में अवैध उगाही को लेकर सैकड़ो आदिवासी ग्रामीणों ने दो युवकों को बनाया बंधक….
अब सवाल ये उठता है कि तीनपहाड़ थाना क्षेत्र में तीन वर्षों से लगातार अवैध उगाही का ये पैसा जाता कहा है एवं एक थाना गाड़ी के निजी ड्राइवर के संरक्षण में ये लाखो रुपये की अवैध उगाही जो वर्षो से जारी है।उस पर विराम क्यों नही लग पाई वही ग्रामीणों ने बताया कि हम आदिवासी युवकों के द्वारा विरोध करने गाड़ी ड्राइवर किसी भी केश में फसाने की धमकी खुले आम देता आ रहा है।