गुरुग्राम में स्थापित होगा हेलीपोर्ट, दिल्ली के एयर-स्पेस को मिलेगा विकल्प: दुष्यंत चौटाला

उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि इस हेलीपोर्ट के बनने से दिल्ली और आसपास के इलाकों के उड्डयन ट्रैफिक में कमी होगी और दिल्ली के एयर स्पेस को एक नया विकल्प भी मिलेगा। उन्होंने बताया कि इस हेलीपोर्ट में 300 मीटर का रनवे और 6 लैंडिग स्पोट व पार्किंग भी होंगें। उन्होंने बताया कि यह हेलीपोर्ट हेलीकाप्टर को जल्द लैंडिंग और टेकआफ की सुविधा भी देगा।

चंडीगढ़। हरियाणा के उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि गुरुग्राम के सैक्टर-84 में हेलीपोर्ट स्थापित किया जाएगा। इस हेलीपोर्ट की स्थापना से दिल्ली के एयर-स्पेस को एक नया विकल्प मिलेगा तथा हरियाणा के साथ लगते राज्यों के शहरों के लिए एक अच्छी कनेक्टिविटी भी साबित होगा। इसी प्रकार, रिजनल कनेक्टीविटी स्कीम (आरसीएस) के तहत हरियाणा के विभिन्न शहरों को उत्तरी राज्यों के शहरों के साथ जोड़ा जाएगा। उप-मुख्यमंत्री मंगलवार को केन्द्र सरकार की संस्था पवनहंस, एयर इंडिया, राज्य के उड्डयन विभाग इत्यादि के अधिकारियों की एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में उड्डयन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अंकुर गुप्ता, विभाग के सलाहकार डाॅ शालीन, पवन हंस संस्था के निदेशक आर.के. सिंह, एयर इंडिया उड्डयन प्रशिक्षण अकादमी के निदेशक सुनील भास्करन सहित उड्डयन क्षेत्र की संस्थाओं के प्रतिनिधि व पदाधिकारी उपस्थित थे।

दुष्यंत चौटाला ने बताया कि हरियाणा और एनसीआर के लोगों को हेलीकाप्टर की सेवाएं देने के लिए जल्द ही गुरुग्राम के सैक्टर 84 में एक हेलीपोर्ट स्थापित किया जाएगा और इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए कार्रवाई अंतिम चरण में है। इस बैठक में हेलीपोर्ट को स्थापित करने के लिए आज केन्द्र सरकार की संस्था पवनहंस के अधिकारियों के साथ विभिन्न विषयों पर चर्चा और विचार विमर्श भी किया गया। बैठक में बताया गया कि गुरुग्राम में बनाए जाने वाले हेलीपोर्ट में 100 यात्रियों के लिए एक टर्मिनल बनाने का प्रावधान किया गया है। गुरुग्राम में द्वारका एक्सप्रैस-वे के साथ लगते इस हेलीपोर्ट में विभिन्न प्रकार की सुविधाएं होंगी जिसमें छोटे व बड़े हेलीकाप्टर को रखने के लिए हैंगर, पार्किंग, मरम्मत इत्यादि सुविधाएं शामिल हैं।

बैठक के दौरान दुष्यंत चौटाला ने बताया कि रिजनल कनेक्टीविटी स्कीम (आरसीएस) के तहत आगे बढ़ते हुए हरियाणा लीड कर रहा है और इस दिशा में हिसार, अंबाला और करनाल से देश के उत्तरी राज्यों के शहरों के बीच उड्डयन कनेक्टीविटी करने के लिए केन्द्र सरकार को प्रस्ताव भेजे गए हैं। इस स्कीम हरियाणा सहित पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, जम्मू कश्मीर और उत्तर प्रदेश शामिल है। बैठक में बताया गया कि प्राथमिक तौर पर इस स्कीम के अंतर्गत हिसार से जैसलमेर, हिसार से जयपुर, हिसार से आगरा, अंबाला से वाराणसी, अंबाला से गोरखपुर इत्यादि शहरों को कनैक्ट करने की योजना है।