भारतीय नौसेना की शक्ति बढ़ी, INS वेला नौसेना में शामिल

अत्याधुनिक तकनीक और मारक क्षमता से लैस आईएनएस वेला के आने से भारतीय नौसेना की शक्ति में इजाफा हो रहा है। आत्मनिर्भर भारत की मिसाल के रूप में तैयार इस पनडुब्बी से दुश्मनों के होश उड़ जाएंगे।

मुंबई। INS वेला, चौथी स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बी, मुंबई में नौसेना डॉकयार्ड में भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह की उपस्थिति में नौसेना में शामिल हुई। इसे मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (MDL) द्वारा बनाया गया है। वेला स्कॉर्पीन डिजाइन की छह पनडुब्बियों में से एक है, जिसे MDL द्वारा मुंबई में फ्रांसीसी फर्म नेवल ग्रुप के टेक्नोलॉजी ट्रांसफर से बनाया जा रहा है।

इस अवसर पर भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने कहा कि INS वेला में पनडुब्बी संचालन के पूरे स्पेक्ट्रम को शुरू करने की क्षमता है। आज की जटिल सुरक्षा स्थिति को देखते हुए, इसकी क्षमता और मारक क्षमता भारत के समुद्री हितों की रक्षा के लिए नौसेना की क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
इसे अल्ट्रामॉडर्न टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से बनाया गया है। इसके टॉप साइलेंसिंग तकनीक, लो रेडिएटेड नॉइज लेवल, हाइड्रो-डायनामिक शेप, निर्देशित हथियारों का इस्तेमाल कर दुश्मन पर अटैक करना इसे ख़ास बनाता है। स्कॉर्पीन कटेगरी की यह पनडुब्बी एंटी-सरफेस वॉर, एंटी-सबमरीन वॉर, खुफिया जानकारी जमा करने, माइन बिछाने, निगरानी जैसे कई मिशन को अंजाम दे सकती है।