म्यांमार में विद्रोहियों की सभा पर सेना का भीषण हवाई हमला, अबतक 100 से अधिक की मौत

संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि महासचिव म्यांमार में सभी प्रकार की हिंसा की कड़ी निंदा करते हैं, क्योंकि इससे देश के हालात बिगड़ रहे हैं और ये गंभीर क्षेत्रीय प्रभाव को भी बढ़ावा दे रहा है।

बैंकॉक। म्यांमार में चुनी सरकार को अपदस्थ कर सैन्य शासन लागू करने के बाद से जारी नरसंहार का एक और भयावह चेहरा मंगलवार को दुनिया के सामने आया। जब सैन्य सरकार के विरोध में सभा करने वालों पर भीषण हवाई हमला किया गया। सेना के भयानक हवाई हमले में करीब 100 लोग मारे गए। मरने वालों में कई बच्चे भी शामिल हैं। ज्ञात रहे कि फरवरी 2021 में हुए सैन्य तख्तापलट के बाद से म्यांमार में अस्थिरता, दमन और हिंसा जारी है। सेना ने अंग सान सू की निर्वाचित सरकार को अपदस्थ कर सत्ता पर कब्जा कर लिया था।

सेना सशस्त्र संघर्ष कर रहे विद्रोहियों को दबाने के लिए हवाई हमले करती है। तब से अभी तक सुरक्षा बलों के हाथों तीन हजार से ज्यादा नागरिक मारे जा चुके हैं। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, सैन्य तख्तापलट के बाद शुरू हुए संघर्ष के चलते करीब 12 लाख लोग विस्थापित हो चुके हैं। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि लड़ाकू जेट से भीड़ पर सीधे बम गिराए गए।

मंगलवार सुबह आठ बजे एक गांव के बाहर लोग सैनिक सरकार विरोधी आंदोलन के स्थानीय कार्यालय का उद्घाटन करने के लिए लोगों की भीड़ जुटी थी। जहां सैन्य कार्रवाई की गई है। यह जगह देश के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले से करीब 110 कलोमीटर उत्तर में स्थित है।

दो साल पहले म्यांमार में सेना ने सरकार पर कब्जा कर लिया था। इसी को लेकर अब संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस ने म्यांमार के लोगों की लोकतांत्रिक आकांक्षाओं के लिए अपनी आवाज उठाई है। उन्होंने म्यांमार के सेनाओं को चेतावनी दी है कि नागरिकों और राजनीतिक नेताओं पर कार्रवाई से सेना के नियोजित चुनाव देश में अस्थिरता को बढ़ा सकते हैं।