नई दिल्ली। दुबई में वर्ल्ड गवर्नमेंट्स समिट में पीएम मोदी ने कहा, “मैं मानता हूं कि सरकार का अभाव भी नहीं होना चाहिए और सरकार का दबाव भी नहीं होना चाहिए। बल्कि मैं तो ये मानता हूं कि लोगों की जिंदगी में सरकार का दखल कम से कम हो, ये सुनिश्चित करना भी सरकार का काम है।”
भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच संबंधों पर प्रकाश डालते हुए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दोनों देशों ने समुदाय और संस्कृति के मामले में जो हासिल किया है वह दुनिया के लिए एक मॉडल है। उन्होंने कहा कि भारत और यूएई के बीच सदियों पुराने संबंध हैं और हम उन्हें और मजबूत करना चाहते हैं। ‘अहलान मोदी’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमारा रिश्ता प्रतिभा, नवाचार और संस्कृति का है। अतीत में, हमने हर दिशा में अपने संबंधों को फिर से सक्रिय किया है। दोनों देश एक साथ चले हैं और आगे बढ़े हैं। साथ मिलकर आगे बढ़े। आज यूएई भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है। आज यूएई सातवां सबसे बड़ा निवेशक है। दोनों देश ईज ऑफ लिविंग और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में काफी सहयोग कर रहे हैं।
आज भी हमारे बीच जो एमओयू साइन हुए हैं, वे इसी प्रतिबद्धता को आगे बढ़ा रहे हैं। हम अपनी वित्तीय प्रणाली को एकीकृत कर रहे हैं। प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में भारत-यूएई साझेदारी लगातार मजबूत हो रही है। समुदाय और संस्कृति के क्षेत्र में, क्या भारत-यूएई ने जो उपलब्धि हासिल की है वह दुनिया के लिए एक मॉडल है। प्रधानमंत्री मोदी ने दो देशों की भाषाओं में समानता दिखाने के लिए अरबी में एक वाक्य भी कहा जिसका हिंदी में मतलब है कि भारत और यूएई दुनिया की किताब पर समय की कलम से बेहतर भाग्य का अध्याय लिख रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि हमारी भाषाओं के मामले में बहुत निकटता है…दोनों देशों का रिश्ता हजारों साल पुराना है। हमारी इच्छा है कि समय के साथ यह और मजबूत हो। उन्होंने आगे कहा कि आज, भारत को उसकी मेगा बुनियादी ढांचा परियोजनाओं और एक जीवंत पर्यटन स्थल के रूप में पहचाना जा रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत को एक बड़ी खेल शक्ति के रूप में पहचाना जा रहा है। यह सुनकर आपको गर्व होगा। आप भारत में डिजिटल क्रांति को जानते हैं। दुनिया भर में डिजिटल इंडिया की सराहना हो रही है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि यूएई के लोगों को भी इसका लाभ मिले, हम सब कुछ कर रहे हैं। हमने यूएई के साथ रुपे कार्ड पैक साझा किया…यूपीआई जल्द ही यूएई में शुरू होने वाला है। इससे यूएई और भारतीय खातों के बीच निर्बाध भुगतान संभव होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि आज जब भी कोई संकट की स्थिति आती है तो भारत अपने लोगों के साथ खड़ा होता है, जिसके कारण दुनिया भारत को ‘विश्व बंधु’ के रूप में देख रही है।