नई दिल्ली। पूर्व क्रिकेटर और वर्तमान में कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू आम आदमी पार्टी को ज्वाइन कर रहे हैं ? मंगलवार को यह सवाल सबसे अधिक चर्चा में है। इसको हवा किसी और ने नहीं, बल्कि सिद्धू के एक ट्विट ने दी है। जैसे ही उनका ट्विट सामने आया, कयासों का दौर शुरू हो गया। वैसे, स्वयं सिद्धू की ओर से इन चर्चाओं को लेकर कुछ नहीं कहा गया है, इसलिए माना जा रहा है कि सिद्धू का नया ठिकाना अरविंद केजरीवाल का आप होगा।
असल में, कुछ दिनों से नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से नाराज बताए जा रहे हैं। पहले मंत्री बनना, फिर हटना। दिल्ली आकर राहुल गांधी से मिलना चाहते थे, लेकिन राहुल के बजाय उन्हें कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात करनी पड़ी। उसके चंद रोज बाद मुख्यमंत्री कैप्टर अमरिंदर सिंह दिल्ली आए और सीधे कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात किए।
कहा जा रहा है कि इन घटनाओं को लेकर सिद्धू मायूस हैं। जबे वे भाजपा में थे, तो उन्हें पर्याप्त मीडिया कवरेज मिलता था। अब उसमें भी कमी आ गई है। सूत्रों का कहना है कि बीते कुछ दिनों से अरविंद केजरीवाल के एक भरेसेमंद विधायक सीधे नवजोता सिंह सिद्धू से संपर्क में हैं। सिद्धू की ओर से हामी भर दी गई है। बस, औपचारिक ऐलान होना भर है।
सिद्धू ने ट्वीट किया, ”हमारे विपक्ष आम आदमी पार्टी (AAP) ने हमेशा पंजाब के लिए मेरे काम और विजन को पहचाना है। चाहे 2017 से पहले हो- बेअदबी, ड्रग्स, किसान मुद्दों, भ्रष्टाचार और बिजली संकट जैसे मुद्दे जो मैंने पंजाब के लोगों के लिए उठाए या फिर आज जिस पंजाब मॉडल के लिए मैं बात कर रहा हूँ। यह साफ है कि वे जानते हैं कि कौन वास्तव में पंजाब के लिए लड़ रहा है।”
Our opposition AAP has always recognised my vision & work for Punjab. Be it Before 2017- Beadbi, Drugs, Farmers Issues, Corruption & Power Crisis faced by People of Punjab raised by me or today as I present “Punjab Model” It is clear they know – who is really fighting for Punjab. https://t.co/6AmEYhSP67 pic.twitter.com/7udIIGkq1l
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) July 13, 2021
पंजाब की राजनीति की पड़ताल की जाए, तो वहां की जनता कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल के शासन से आजिज आ चुकी है। ऐसे में यदि आप आदमी पार्टी किसी जाने पहचाने चेहरे के साथ विधानसभा चुनाव में आती है, तो उसे राजनीतिक लाभ मिलने की पूरी संभावना है।