कुछ दिन रोकिए अपनी चाहतों को, तभी रूकेगी तीसरी लहर : पीएम मोदी

प्रधानमंत्री ने आज पूर्वोत्तर के मुख्यमंत्रियों से बात करते हुए कोरोना की समीक्षा की। उन्होंने चेताते हुए कहा कि हमें कोरोना वायरस के हर वेरिएंट पर नज़र रखनी होगी क्योंकि ये बहरूपिया है। रोकथाम और उपचार बहुत जरूरी है, इन दोनों से जुड़े उपायों पर ही हमें हमारी पूरी शक्ति लगानी है।

नई दिल्ली। हाल के दिनों में जैसे ही कोरोना के दैनिक संक्रमण के मामले कम हुए, लोग पहाड़ों पर घूमने निकल गए। कई पहाड़ी राज्यों से ऐसी खबरें आईं। लोग बिना मास्क आदि के भीड़भाड़ वाले इलाके में घूमते नजर आए। स्थानीय प्रशासन की ओर से उन्हें कोरोना नियमों का पालन करने के लिए कहा गया, लेकिन अधिकांश लोगों ने अनदेखी कर दी। नतीजा, कोरोना संक्रमण में वृद्धि दर्ज की गई।

ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरी लहर को रोकने के लिए ऐसे लोगों से सावधानी बरतने का कहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह सच है कि कोरोना के कारण पर्यटन और कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ है। लेकिन मैं आज जोर देते हुए यह कहना चाहूंगा कि पहाड़ी पर्यटन स्थलों और बाजारों में बिना मास्क के भारी भीड़ का जुटना सही नहीं है। हम सभी को कोविड-19 महामारी की तीसरी लहर रोकने के लिये साथ मिलकर काम करने की जरूरत है। मोदी ने कहा, हमें जांच और उपचार से जुड़ी अवसंरचना में सुधार कर आगे बढ़ना होगा। इसके लिये, मंत्रिमंडल ने हाल में 23 हजार करोड़ रुपये के पैकज को मंजूरी दी है। पूर्वोत्तर का हर राज्य स्वास्थ्य अवसंरचना को मजबूत करने के लिये इस पैकेज की मदद ले सकता है।

बता दें कि मंगलवार को आठ पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि महामारी की तीसरी लहर से लड़ने के लिये हमें टीकाकरण अभियान को लगातार बढ़ाते रहने की जरूरत है। प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना वायरस की तीसरी लहर रोकने के लिये लोगों से कोविड नियमों से समझौता नहीं करने की अपील की। प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्वोत्तर के कुछ जिलों में कोविड-19 की स्थिति चिंताजनक है और मुख्यमंत्रियों से सतर्क रहने तथा इसका और प्रसार रोकने के लिये तेजी से कदम उठाने को कहा।